सरकार रहे या जाए मुझे फर्क नहीं पड़ता- मंत्री प्रदीप जायसवाल

भोपाल
भाजपा के हार्स ट्रेडिंग को लेकर खनिज मंत्री जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार गिरने पर अपनी शर्तों के साथ भाजपा को समर्थन दे सकते हैं। भाजपा द्वारा प्रदेश में सरकार बनाने के लिए की जा रही हार्स ट्रेडिंग की खबरों के बीच बुधवार को अपने गृह नगर वारासिवनी पहुंचे प्रदेश के खनिज संसाधन मंत्री प्रदीप जायसवाल ने मीडिया से चर्चा करते हुए एक बड़ा बयान जारी कर आगामी समय की अपनी रणनीति को उजागर कर दिया है। उनका बयान प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ भी साबित हो सकता है।

मध्यप्रदेश में सियासी ड्रामे के बीच खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा है कि सरकार रहे या जाए मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जब तक सरकार है तभी तक मैं कमलनाथ जी के साथ हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे लिए सारे विकल्प खुले हैं। प्रदीप जायसवाल ने कहा कि अगर सरकार गिरती है तो मेरे सामने विकल्प खुले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी सरकार में भी शामिल होने में मुझे कोई परहेज नहीं है। क्षेत्र का विकास मेरे लिए जरूरी है।

बाबा से चल रही तनातनी
दरअसल, प्रदीप जायसवाल इन दिनों सरकार के नाराज भी हैं। मध्यप्रदेस न्यास बोर्ड के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा के साथ उनकी तनातनी चल रही है। बाबा लगातार अवैध खनन को लेकर छापेमारी कर रहे हैं। जबकि जायसवाल का कहना है कि ये उनका अधिकार नहीं है। वह अपना काम करें। खनिज विभाग ऐसे कार्रवाई के लिए सक्षम है। लेकिन सरकार ने कभी इन दोनों के बीच चल रहे विवाद में हस्तक्षेप नहीं किया।

चार निर्दलीय हैं विधायक
मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार को चार निर्दलीय विधायक समर्थन दे रहे हैं। इन चार में से प्रदीप जायसवाल को मंत्री बनाया गया है। बाकी तीनों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। निर्दलीय विधायकों में से एक सुरेंद्र सिंह शेरा भी मंत्री पद के लिए दावेदारी जता रहे हैं। गायब विधायकों में सुरेंद्र सिंह शेरा का भी नाम है। क्योंकि वह लंबे समय से नाराज थे।

सरकार पर खतरा नहीं
वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस के सारे दिग्गज नेता यह दावा कर रहे हैं कि सरकार पर कोई खतरा नहीं है। दिग्विजय सिंह अपने मंत्री बेटे के साथ दिल्ली में कैंप किए हुए हैं। उन्होंने कहा है कि चार विधायकों को छोड़कर सभी हमारे संपर्क में हैं। सरकार पर कोई खतरा नहीं है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि मध्यप्रदेश में सरकार पर कोई खतरा नहीं है।

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