सरकार ने हटाई BJP के पूर्व विधायकों और नेताओं की सुरक्षा, रमन सिंह ने जताई आपत्ति
रायपुर
छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद भाजपा के पूर्व विधायकों और कई दिग्गज नेताओं की सुरक्षा हटा दी गई है. मालूम हो कि सूबे में विधायकों को एक्स और वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है, जबकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के विधायकों, पूर्व विधायकों और राजनीतिक दलों के प्रमुख प्रतिनिधियों को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है. ऐसे में बीजेपी के पूर्व विधायकों की सुरक्षा का मामला अब तूल पकड़ा जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पूर्व बीजेपी विधायकों की सुरक्षा को लेकर वर्तमान सरकार को घेरा है.
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने नई सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रोटेक्शन रिव्यू किए बिना ही सुरक्षा हटाने का निर्णय लिया गया है जबकि बस्तर में वहां के जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा में कोताही बरतना बड़ी भूल होगी. उन्होंने कहा कि ये चिंता का विषय है. दरअसल, बस्तर से उन्हें फोन आया था जिसमें बहुत सारे कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायकों की सुरक्षा हटा दी गई है. उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों की सुरक्षा में कोताही बरतना नुकसानदायक साबित हो सकता है. हालांकि सभी टारगेटेड जनप्रतिनिधियों की लिस्ट डीजी को दी जा चुकी है.
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता डी. रविशंकर ने कहा कि सुरक्षा को लेकर मचे घमासान के बीच पुलिस मुख्यालय ने भी साफ कर दिया है कि सुरक्षा उसे मुहैया कराई जाती है, जिसे कोई धमकी मिली हो या फिर माओवादी इलाकोंं के जनप्रतिनिधि हो. साथ ही जो वर्तमान विधायक होते हैं, उन्हें एक्स श्रेणी की सुरक्षा मिलती है. बस्तर के विधायकों में से केदार कश्यप और महेश गागड़ा की सुरक्षा की दिन-ब-दिन समीक्षा की जाती है. इसके बाद उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाता है.