सरकारी भवन में निजी बैंक खोलने को लेकर विवाद
महासमुंद
महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के कोमाखान पंचायत में सरकारी भवन को निजी बैंक को किराये पर देने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. गांव के ग्रामीण और पंचायत के कुछ पंचों ने इसे उप सरपंच औऱ सरपंच की मिलीभगत कर किराये की राशि के नाम पर निजी स्वार्थ पूरा करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने मामले की शिकायत जनपद सीईओ और उच्च अधिकारियों से की है.
दरसल महासमुंद जिले के ग्राम पंचायत कोमाखान में ग्रामीणों और पंचायत की निस्तारी और सार्वजनिक कार्यों के लिए बीआरजीएफ औऱ मनरेगा के मद से 12 लाख रूपये की लागत से राजीव गांधी सेवा केंद्र भवन का निर्माण कराया गया है. पीछले कुछ दिनों से इस भवन को सरपंच द्वारा एक निजी बैंक को किराये पर दे दिया गया है.
इस मामले को लेकर ग्रामीण इसमे सरपंच और उपसरपंच का निजी स्वार्थ बताते हुए ये आरोप लगा रहे है कि वे गांव में बैंक खुलने का विरोध नहीं कर रहे है बल्कि निजी उपयोग के लिए बने सरकारी भवन को नियम विरूद्ध फर्जी हस्ताक्षर के जरिए किराए पर देने का विरोध कर रहे है जिसमें सरपंच और उप सरपंच का निजी स्वार्थ है. ग्रामीणों के आरोप को जहां पंचायत प्रतिनिधि गलत बता रहे है वहीं इस मामले में जनपद पंचायत सीईओ पंकज डाहिरे का कहना है कि इस मामले की शिकायत ग्रामीणों से मिली है. एस़डीएम कार्यालय में इस मामले की जांच कराई जाएगी.