समुद्र में 6 फीट ऊंची उठ सकती हैं लहरें, मुंबई से सिर्फ 150 KM दूर है चक्रवाती तूफान निसर्ग

 
नई दिल्ली 

मुंबई के लिए आज का दिन बेहद भारी है. दोपहर के आसपास तूफान निसर्ग यहां 120 KMPH की स्पीड से दस्तक देने वाला है. मौसम विभाग के मुताबिक निसर्ग चक्रवाती तूफान अभी मुंबई से करीब 150 किलोमीटर दूर है. लेकिन इस तूफान के आने से पहले लगातार बारिश हो रही है. समंदर में तूफान के समय 6 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं. हालांकि मुंबई निसर्ग की मुसीबत से निपटने के लिए तैयार है. 80 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

दो हफ्ते में देश को दूसरे समुद्री तूफान का सामना करना पड़ रहा है. पहले अम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई थी. इसके दोपहर तक अलीबाग में तट से टकराने की उम्मीद है. तूफान 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की तूफानी हवाएं और समंदर में उठने वाली 6 फीट ऊंची लहरें मुंबई को फिर से पानी-पानी कर सकती हैं.

मुंबई में तूफान से निपटने और जान माल के नुकसान को रोकने के लिए पक्के इंतजाम किए गए हैं. मुंबई में धारा 144 लगाई गई है. लोगों से सैर-सपाटे के लिए समुद्री तटों पर नहीं जाने को कहा गया है. पार्कों में जाने पर रोक है. लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है.

एनडीआरएफ, दमकल और सेना को अलर्ट पर रखा गया है. मौसम विभाग के मुताबिक दमन, दीव और दादरा नगर हवेली में तूफान का असर सबसे ज्यादा रहेगा. मुंबई समेत उत्तरी महाराष्ट्र के कई इलाकों और कोंकण में भारी बारिश का अलर्ट है. साथ ही दक्षिणी गुजरात के कई इलाकों में भी तूफान का असर ज्यादा होने की आशंका है.

गुजरात में 47 गांव करवाए गए खाली

गुजरात में चक्रवाती तूफान निसर्ग से निपटने की तैयारियों के बीच, वलसाड और नवसारी जिला प्रशासनों ने राज्य के तटीय क्षेत्रों में स्थित 47 गांवों से करीब 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है. मौसम विभाग ने मंगलवार को संकेत दिया कि हो सकता है कि चक्रवाती तूफान गुजरात तट पर न पहुंचे. हालांकि इसका प्रभाव तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी बारिश के रूप में सामने आ सकता है.

समुद्र तटों पर धारा 144

चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के खतरे के मद्देनजर मुंबई में समुद्र तट के किनारे लोगों के आवागमन पर गुरुवार दोपहर तक प्रतिबंध लगा दिया गया है. मुंबई पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि धारा 144 के तहत एक आदेश जारी किया गया है.

मुंबई के अलावा तूफान का कहर गुजरात तक हो सकता है. इसका ट्रेलर अभी से दिखना शुरू हो गया है. अहमदाहाद में जमकर बारिश हो रही है. गुजरात के नवसारी के आसपास के समंदर में तो ऊंची ऊंची लहरें भी उठनी शुरू हो गई हैं.

पुलिस ने बयान में कहा, 'इस आदेश के साथ मुंबई पुलिस ने समुद्र तटों के पास स्थित सार्वजनिक स्थानों, सैरगाह, पार्कों और तटों के किनारे स्थित अन्य स्थानों पर एक या एक से अधिक व्यक्तियों की उपस्थिति या आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है.' पुलिस ने बयान में कहा कि इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (एक लोक सेवक द्वारा विधिपूर्वक घोषित आदेश की अवहेलना) के तहत कार्रवाई हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार दोपहर बाद महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में चक्रवाती तूफान के आने की आशंका है.

चक्रवात 'निसर्ग' के पहुंचने से पहले बारिश

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले स्थित अलीबाग में चक्रवात 'निसर्ग' के पहुंचने की आशंका से पहले ही मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार शाम से ही बारिश शुरू हो गई जोकि रात होने तक और तेज हो गई. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले 24 घंटे में महानगर के अधिकतर हिस्सों में मध्यम बारिश जबकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.

मुंबई में नौसेना की टीम तैयार

चक्रवात 'निसर्ग' के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए पश्चिम नौसेना कमान ने अपनी सभी टीमों को सतर्क कर दिया है. रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नौसेना ने पांच बाढ़ टीम और तीन गोताखोरों की टीम को मुंबई में तैयार रखा है.

उन्होंने कहा कि ये टीम राहत एवं बचाव अभियानों के लिए प्रशिक्षित और सुसज्जित हैं, जो मुंबई के विभिन्न नौसेना क्षेत्रों में तैनात हैं और ये तेजी से बचाव कार्यों के लिए सक्षम हैं. बाढ़ संभावित इलाकों की रेकी की गई है और सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसी तरह की व्यवस्था करवार नौसेना क्षेत्र, गोवा नौसेना क्षेत्र के साथ ही गुजरात, दमन और दीव नौसेना क्षेत्रों में भी की गई है.

मुकाबले के लिए गुजरात-महाराष्ट्र ने कसी कमर

निसर्ग चक्रवात के बुधवार को तट से टकराने के खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र और गुजरात ने आपदा से मुकाबले के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों को तैनात कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर उन्हें केंद्र द्वारा हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है.
 

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