सजा के दौरान अस्पताल में भर्ती रहे लालू, अब चुनाव प्रचार के लिए फिट कैसे हुए: सीबीआई
नई दिल्ली
चारा घोटाले में जेल में सजा काट रहे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए अपील की है। लालू ने अपनी पार्टी के प्रचार के लिए जमानत मांगी थी। हालांकि सीबीआई ने सर्वोच्च अदालत में उनकी जमानत याचिका का विरोध किया है। सीबीआई ने कहा कि चार अलग-अलग चारा घोटाले के मामलों में सम्मिलित रूप से 27 साल की सजा काट रहे लालू जब इतने दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे हैं, तो वह चुनाव प्रचार के लिए कैसे फिट हो सकते हैं?
सुप्रीम कोर्ट लालू की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई करेगा। सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि एक मामले में 14 साल कारावास की सजा काट रहे लालू यादव ने अभी तक सिर्फ 6 महीने में जेल में बिताए हैं और 8 महीने वह अस्पताल में रहे हैं। सीबीआई ने मार्च 2018-मार्च 2019 के बीच उनसे मिलने आए करीब 80 राजनीतिक लोगों की लिस्ट जारी करते हुए कहा, '8 महीने में अस्पताल में रहने के दौरान वह एक स्पेशल वार्ड में रहे, जहां हर तरह की अत्याधुनिक सुविधा थी। इस वार्ड से वह अपने राजनीतिक कामकाज भी कर रहे थे।'
'आज अचानक इतने फिट कैसे हो गए लालू'
सीबीआई ने कहा, 'जो लालू खुद को बीमार बताकर जेल की जगह महीनों अस्पताल में रुके, वह आज अचानक इतने फिट कैसे हो गए कि लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए जमानत मांग रहे हैं।'
'लालू को कोई राहत देना गलत उदाहरण पेश करेगा'
सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि लालू मुख्यमंत्री रहते 75.48 करोड़ के चारा घोटाले के दोषी पाए गए हैं। इसके अलावा 139 करोड़ के दो अन्य मामलों में उनके खिलाफ सुनवाई चल रही है। सीबीआई ने कहा, 'इन परिस्थितियों के बावजूद अगर लालू को कोई राहत मिलती है तो यह सुप्रीम कोर्ट की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के खिलाफ होगा। इसके अलावा यह भ्रष्टाचार के अन्य मामलों के लिए एक खराब उदाहरण साबित होगा।'