संसद में जमकर धोया, पाकिस्तान की इमरान खान सरकार से समर्थन वापस ले लिया
बलोचिस्तान
बलोचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (BNP-M) के प्रमुख सरदार अख्तर मेंगल ने बुधवार को पाकिस्तान की इमरान खान सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। बलोचिस्तान के साथ हो रहे अन्याय और BNP-M के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किए जाने की वजह से मेंगल ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की अगुआई वाली सरकार का साथ छोड़ने का ऐलान किया। बलोचिस्तान की बजाय कश्मीर की 'चिंता' में दुबले हो रहे इमरान खान को मेंगल ने जमकर सुनाया। मेंगल ने संसद में सुनाया कि किस तरह इमरान सरकार बलोचिस्तान के लोगों पर जुल्म ढा रही है।
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार के वेबसाइट डाउन डॉट कॉम के मुताबिक नेशनल असेंबली के सत्र के दौरान मेंगल ने कहा, ''मैं आधिकारिक रूप से घोषणा करता हूं कि हमारी पार्टी PTI के साथ गठबंधन तोड़ रही है। हम संसद में रहेंगे और अपने मुद्दे उठाते रहेंगे।'' उन्होंने कहा कि इमरान सरकार ने उनके साथ दो समझौते किए थे लेकिन एक पॉइंट पर भी अमल नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, ''यदि हमारी मांगें अवैध और असंवैधानिक हैं तो हम मौत की सजा पाने को तैयार हैं, लेकिन इस समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले सभी लोग भी इसका सामना करें।'' मेंगल ने हाथ में दो लिस्ट ले रखे थे एक में ऐसे 18 लोगों के नाम थे जिनका अब तक पता चला है जबिक दूसरी लिस्ट में ऐसे 500 लोगों के नाम थे जो PTI के साथ समझौते के बाद गायब हुए हैं।
उन्होंने कहा कि बलोचिस्तान में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है। मौत के दस्तों को सक्रिय किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ''बलोचिस्तान के लोग गुलाम नहीं हैं।'' उन्होंने पूछा कि जिस तरह अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया के लिए कांफ्रेंस हुई है, बलोचिस्तान के लिए क्यों नहीं हो सकता है।
मेंगल ने इमरान सरकार को पोल खोलते हुए कहा कि सरकार बलोचिस्तान से ज्यादा कश्मीर को लेकर चिंतित है। सरकार कश्मीर पर कमिटी बनाती है जोकि उसके साथ नहीं है, लेकिन इसे वह खोने की चिंता नहीं है जो अभी इसके हाथ में है। यह सदन गेहूं, चीनी, टमाटर पर बात कर सकती है, लेकिन बलोच लोगों के खून पर नहीं।
मेंगल ने कहा कि बजट में बलोचिस्तान के लिए जो आवंटन किया गया है उससे पता चलता है कि सरकार इस प्रांत को लेकर कितनी गंभीर है। प्रधानमंत्री के पास गायब लोगों के कैंप में जाने का समय नहीं है। उनके पास संकटग्रस्त मछुआरों से मिलने का समय नहीं है।
मेगल ने कहा, ''हमने मांग की थी कि गायब लोगों की तलाश की जाए और आतंकवाद के खिलाफ नेशनल एक्शन प्लान को पूरी तरह और इसकी भावना के अनुरूप लागू किया जाए। दूसरे समझौते के तहत हमने बलोचिस्तान और ग्वादर के लिए प्रॉजेक्ट्स की मांग की थी।''
नेशनल असेंबली में क्या है स्थिति
नेशनल असेंबली में PTI के पास 156 सीटें हैं। BNP-M के नाता तोड़ने से पहले गठबंधन सहयोगियों के साथ इमरान खान को 186 सांसदों का समर्थन प्राप्त था। MQM के पास सात सांसद हैं, PML-Q के पास 5, बलोचिस्तान आवामी पार्टी (BAP) के पास 5, BNP-M के पास 4, ग्रांड डेमोक्रेटिक अलायंस (GDA) के पास तीन, जम्हूरी वतन पार्टी और आवामी मुस्लिम लीग के 1-1 और 4 निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है। विपक्ष में 156 सांसद हैं। इसमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के पास 84 सीटें हैं। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के पास 55, मुत्ताहिदा मजलिस-आई-अमल पाकिस्तान के पास 16 और आवामी नेशनल पार्टी के पास 1 सांसद है।