संकुचित सोच की सरकार के शासनकाल में सिर्फ सैफई महोत्सव पर ही दिया जाता था ध्यान: मौर्य

 
कानपुर

 समाजवादी पार्टी का नाम लिए बगैर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पहले की संकुचित सोच की सरकार के शासनकाल में सिर्फ सैफई महोत्सव पर ही ध्यान दिया जाता था, जबकि अब बिठूर, चित्रकूट,काशी, प्रयागराज, नेमिषारण्य, मथुरा, अयोध्या समेत अन्य स्थानों पर महोत्सव हो रहे हैं। कानपुर में 5 दिन चलने वाले ऐतिहासिक बिठूर महोत्सव के आखिरी दिन शिरकत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मौर्य ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार राम वनगमन मार्ग बनवा रही है, उसी तरह बिठूर से अयोध्या तक सीता वनगमन मार्ग बनवाने का प्रस्ताव रखेंगे।
 उन्होंने कहा कि बिठूर का नाम तो सब जानते हैं लेकिन पूरा इतिहास और महत्व लोगों को ऐसे महोत्सवों के जरिए ही मालूम होगा। पहले प्रदेश में सिर्फ सैफई महोत्सव पर ही ध्यान दिया जाता था लेकिन अब बिठूर, चित्रकूट,काशी, प्रयागराज,नेमिषारण्य,मथुरा,अयोध्या सहित स्थानों पर महोत्सव हो रहे हैं क्योंकि पहले संकुचित सोच की सरकार थी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार कुंभ की ऐसी तैयारी कर रही हैं, जैसी आज तक नहीं हुई, यह सरकार का दायित्व है। हम चाहते हैं कि बिठूर महोत्सव और भव्य हो, इसमें देश भर से लोग आएं। सरकार बिठूर के विकास की हर योजना मंजूर करेगी।
 मौर्य के स्वागत में मूक बधिर बच्चों ने कथक नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। बिठूर महोत्सव के आखिरी दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों से शुरुआत हुई। सबसे पहले बिठूर के ज्योति बधिर विद्यालय मूक बाधिर के बच्चों ने मां सरस्वती शारदे वन्दना, भरत नाट्यम और कथक नृत्य पेश किया। इसके बाद मां सरस्वती मूक बाधिर विद्यालय के बच्चों ने काली तांडव नृत्य पेश किया। विकलांग पुनर्वास नेहरू नगर के मूक बाधिर बच्चों ने गणेश वंदना प्रस्तुति की। भावना सोसाइटी फॉर डिसेबल के दिव्यांग बच्चों ने ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी कसम देश भक्ति गीत पेश किया।

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