शिवराज का मंदसौर में धरना, सरकार को घेरेंगे, सुनेंगे बाढ़ पीड़ितों का दुख दर्द
भोपाल। मंदसौर और नीमच में बाढ़ से हुई तबाही को लेकर राज्य सरकार को घेरने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज से 24 घंटे के धरने पर बैठ गए हैं। इस धरने में दोनों ही जिलों के बाढ़ पीड़ितों से विभीषिका की दास्तां सुनी जाएगी और इसके बाद भाजपा की ओर से राज्य सरकार को इसकी रिपोर्ट दी जाएगी कि किस तरह से कांग्रेस की सरकार में अफसर बेपरवाह हैं और लोगों की जिन्दगी खतरे में डालने का काम किया गया।
पूर्व सीएम चौहान इस धरना आंदोलन के लिए मंदसौर के यशनगर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे हैं। यहां के भाजपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से उन्होंने कहा है कि बाढ़ पीड़ित जनता की अदालत लगाकर उनके दुख दर्द सुने जाएंगे। किसान और बाढ़ पीड़ितों को मंच पर बुलाकर उनकी बात सुनी जाएगी। इस मौके पर कांग्रेस के नौ माह के कुशासन को उजागर करने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही सरकार की सद्बुद्धि के लिए पूरी रात भजन कीर्तन किए जाएंगे। इस आंदोलन में मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपाल सिसोदिया, दिलीप सिंह परिहार समेत स्थानीय भाजपा नेता मौजूद हैं। शिवराज ने इसके पहले मंदसौर में दो दिन रुककर बिजली के बिल जलाने, हर परिवार को 25 हजार रुपए और 50 किलो गेहूं देने की अपील सरकार से की थी। ऐसा नहीं हो पाने पर 21 व 22 सितम्बर को धरना आंदोलन करने के लिए कहा गया था। इसी तारतम्य में आज से यह प्रदर्शन शुरू हुआ है। गौरतलब है कि मंदसौर में बाढ़ पीड़ितों से मिलने का सीएम कमलनाथ का भी कार्यक्रम तय हो गया है। वे 23 सितम्बर को नीमच व मंदसौर में रहेंगे।