शराब दुकानों के टेंडर भोपाल-शहडोल में अब 5 वी बार होंगे
भोपाल
प्रदेश में शराब दुकानों के ठेके चलाने में सरकार लगातार फ्लॉप हो रही है। चौथी बार टेंडर बुलाने के बाद भी भोपाल, शहडोल सहित कुछ अन्य स्थानों की शराब दुकानों के ठेके नहीं हो पाए है। अब एक बार फिर आज इन शराब दुकानों के टेंडर जारी किए जा रहे है। सरकार सालाना ठेका मूल्य के अस्सी फीसदी से कम कीमत पर दुकाने देने को तैयार नहीं है वहीं शराब ठेकेदार इतनी अधिक कीमतों पर दुकाने लेने को तैयार नहीं है।
पहले भोपाल में नए और पुराने भोपाल को दो समूह में बांट कर ठेका जारी किया गया था। शासन ने पुराने भोपाल में 330 करोड़ और नए भोपाल में 266 करोड़ की कीमत रिजर्व कर रखी थी। वह भी नहीं मिल पाई। आबकारी विभाग चाहता है कि साल के ठेका मूल्य से अस्सी फीसदी राजस्व पर दुकानें जाए तो ठेके मंजूर किए जाए। लेकिन रिजर्व कीमत भी नहीं आ पाई इसके चलते यहां ठेका फाइनल नहीं किया गया। अब पूरे भोपाल की 92 दुकानों का ठेका एक समूह को देने की तैयारी है। इसी तरह शहडोल जिले में भी शराब दुकानों के ठेके अपेक्षित कीमत नहीं आने के कारण नहीं दिए जा सके है। इन दोनो ही जिलों में आज शराब दुकानों के ठेके फिर से जारी किए जा रहे है। इसके अलावा कुछ अन्य जिलों में भी कुछ दुकाने नहीं उठ पाई है। वहां के लिए भी आबकारी विभाग ने शराब दुकानों के ठेके फिर से जारी करने के निदेश दिए है।
आबकारी आयुक्त राजीव दुबे का कहना है कि भोपाल, शहडोल सहित कुछ अन्य जिलों में जिन शराब दुकानों के लिए पर्याप्त कीमत के आफर नहीं आ पाए थे वहां आज फिर टेंडर जारी हो रहे है। इसमें विभाग को सफलता मिलने का अनुमान है।