व्रत के दौरान न पिएं ज्यादा चाय-कॉफी, रखें ये भी सावधानियां
नवरात्र के दौरान बड़ी तादाद में लोग व्रत रखते हैं, लेकिन इसके साथ कुछ सावधानियां भी जरूरी हैं। व्रत रहने के दौरान इन जरूरी बातों का ध्यान रखें।
-व्रत के दौरान दिन भर में 8-10 गिलास पानी और तरल चीजें लें ताकि डी-हाइड्रेशन का खतरा न हो।
-दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी प्रॉडक्ट्स ज्यादा मात्रा में लें। इनसे शरीर को प्रोटीन अच्छी मात्रा में मिलते हैं।
-एक मुट्ठी ड्राई-फ्रूट्स और मूंगफली खाएं। इनसे शरीर को ताकत मिलती है। -तेल का इस्तेमाल कम करें। तेल या मक्खन के बजाय दही का इस्तेमाल कर सकते हैं।
-बहुत ज्यादा स्टार्च वाली चीजें (आलू, शकरकंद, साबूदाना आदि), मिठाई या तली-भुनी चीजें न खाएं।
-अगर डायबीटीज है और उम्र 60 साल से ज्यादा और इंसुलिन या कई दवाओं पर है या कुछ दूसरी गंभीर शारीरिक समस्याएं हैं तो उसे व्रत बिलकुल्कु नहीं रखना चाहिए।
-खूब फल खाएं। कोशिश करें कि जूस के बजाय साबुत फल खाएं। जूस पीने का मन हो तो पैक्ड नहीं, ताजा जूस पिएं।
-व्रत के दौरान ज्यादा-से-ज्यादा मौसमी सब्जियां खाएं। अंतराल खुद तय करें। आलू के मुकाबले पालक, मूली, टमाटर, कद्दू, सीताफल ज्यादा खाएं। अगर आलू खाना चाहते हैं तो उसे तलने के बजाय उबले रूप में खाना बेहतर है।
-बेहतर है कि हर 3-4 घंटे में दूध, छाछ, दही या फल आदि लें।
-लंबे समय तक भूखे रहने से जरूर बचें।
-अगर थकान लग रही है तो कोई फल या कुछ मीठा खा लें। यह न सोचें कि शाम को ही खाएंगे।
-व्रत के दौरान भारी काम न करें, जैसे कि घर की शिफ्टिंग, भारी सामान उठाना, खूब सारे कपड़े धोना आदि। शॉपिंग के लिए भी ना जाएं क्योंकि इससे थकान हो सकती है।
-अगर किसी ने निर्जला व्रत रखा है तो वह एक्सरसाइज बिलकुल न करें। थोड़ा आसान या सामान्य व्रत रखने वाले लोग हल्की एक्सरसाइज कर सकते हैं। हेवी एक्सरसाइज से बचें। ब्रिस्क वॉक कर सकते हैं, लेकिन रनिंग, स्विमिंग, साइक्लिंग आदि न करें और बैडमिंटन, टेबल टेनिस जैसे खेलों से भी दूर रहें। इनके लिए काफी एनर्जी की जरूरत होती है जबकि व्रत के दौरान शरीर में एनर्जी का लेवल थोड़ा कम होता है।
-व्रत के दौरान चाय, कॉफी या कोल्ड ड्रिंक ज्यादा न पिएं। कैफीन से हमारे नर्वस सिस्टम को झटका-सा लगता है। जब पूरा खाना नहीं खाया होता तो यह झटका जोर से लगता है, जो नर्वस सिस्टम के लिए ठीक नहीं होता।
-अगर मुमकिन है तो व्रत रखने से पहले अपने फैमिली डॉक्टर से सलाह कर लें। इससे आगे होने वाली परेशानी से बच सकते हैं।