वेस्ट इंडीज ही नहीं, सबको चक्कर में डाल रही है जसप्रीत बुमराह की गेंद

नई दिल्ली
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की गेंदें दुनियाभर के विपक्षी बल्लेबाजों की नींद उड़ा रही हैं। वेस्ट इंडीज दौरे के पहले टेस्ट में बुमराह ने एक और हथियार विकसित कर लिया है। इस हथियार के बल पर भारतीय तेज गेंदबाज ने मेजबान टीम की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। मेजबान टीम बुमराह की आउटस्विंगर गेंदों को बिल्कुल नहीं खेल पा रहे थे। सफेद बॉल (सीमित ओवर) की क्रिकेट में बुमराह ने अपनी पहचान डेथ ओवरों के स्पेशलिस्ट के रूप में बनाई थी, लेकिन जल्दी ही वह टेस्ट क्रिकेट में नई गेंद के भी माहिर बोलर बन चुके हैं।

पहले टेस्ट में महज 7 रन दे 5 विकेट झटके थे
एंटीगा टेस्ट में वेस्ट इंडीज के खिलाफ मात्र 7 रन देकर 5 विकेट चटकाने वाले बुमराह ने बता दिया कि वह टेस्ट क्रिकेट के लिए खुद को तैयार कर चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट के लिए बुमराह ने लेट-आउटस्विंग की कला भी सीख ली है। विंडीज के खिलाफ मैच की चौथी पारी में जब उन्होंने अपने इसी हथियार से 5 बल्लेबाजों को पविलियन की राह दिखा दी।

बुमराह की तरकश में नया तीर
बुमराह के 5 विकेटों में साफ दिखा कि उनकी गेंद राइटहैंडर बल्लेबाज से दूर जा रही है और लेफ्टहैंडर के करीब। अपनी इस शानदार परफॉर्मेंस के बाद बुमराह ने कहा, 'मैं शुरुआत में इन्स्विंगर बोलिंग ही करता था लेकिन जैसे-जैसे मैं टेस्ट मैच खेलता गया, मैंने आउटस्विंगर का इस्तेमाल करना भी सीख लिया। खासतौर से इंग्लैंड दौरे से। मैंने इस बोलिंग स्टाइल के लिए खूब मेहनत की। मैं हमेशा खुद की स्किल्स को लगातार निखारने पर ध्यान देता हूं।'

 

बुमराह की गेंद से दिग्गज भी प्रभावित
जिस समय बुमराह अपना आग उगलता स्पेल फेंक रहे थे, उस वक्त कॉमेंट्री बॉक्स में बैठे पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा उनके इस स्पेल का लुत्फ ले रहे थे। नेहरा बुमराह और भारतीय पेस अटैक के बाकी गेंदबाजों को देखकर काफी प्रभावित दिख रहे थे।

'तेज गेंदबाज ने परिस्थितियों का फायदा उठाया'
भारतीय पेस बोलिंग के अटैक की तारीफ करते हुए नेहरा ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, 'जब बुमराह ने साल 2016 में अपने इंटरनैशनल करियर की शुरुआत की थी। तब वह विनम्र थे और हर दिन अपने बोलिंग में कुछ नया सीखने के लिए आतुर रहते थे। रविवार को उन्होंने पिच का सही अंदाजा लगाया और हवा की गति के साथ तालमेल बैठाने में कामयाबी पाई। उन्होंने बोलिंग का वह छोर चुना जहां से हवा उनकी दाईं ओर से बाईं ओर बह रही थी। बुमराह ने इन परिस्थितियों का जमकर लाभ उठाया।'

आशीष नेहरा ने की भारतीय तेज गेंदबाजों की तारीफ
नेहरा ने इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की भी तारीफ की। नेहरा ने कहा कि अब टीम के सभी खिलाड़ी अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं। यह उनके प्रदर्शन में साफतौर पर झलक रहा है। नेहरा ने कहा कि भले ही इशांत शर्मा ने कामयाब फास्ट बोलर बनने में कुछ समय लिया लेकिन अब उन्होंने वह कला सीख ली है और वह लगातार सही चीजें कर रहे हैं।

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