विश्व कप पदक के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होना महत्वपूर्ण: किदांबी श्रीकांत

नयी दिल्ली
करीबी क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में हार के बाद पिछले सत्र में खिताब जीतने में नाकाम रहे भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने कहा कि विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक खेलों में पदक जीतने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है। श्रीकांत ने 2017 में चार खिताब जीते लेकिन पिछले 15 महीने में उन्होंने नौ क्वार्टर फाइनल और दो सेमीफाइनल मैच गंवाए और इस दौरान सिर्फ एक बार राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में पहुंचने में सफल रहे। श्रीकांत ने कहा कि मुझे लगता है कि पहले दौर की तुलना में कई क्वार्टर फाइनल हारना अधिक परेशान करने वाला है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कुछ खिलाड़यिों के खिलाफ मेरे प्रदर्शन में निरंतरता रही है लेकिन कुछ अन्य के खिलाफ क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में जीत दर्ज कर पाने में नाकाम रहने पर मैंने काम किया है। श्रीकांत ने कहा कि संभवत: विश्व चैंपियनशिप से पहले अगले तीन से चार महीने तक अब मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाया। अगर मैं शारीरिक रूप से बेहतर और मानसिक रूप से अधिक मजबूत हो पाया तो मुझे लगता है कि मैं विश्व चैंपियनशिप में अच्छा कर सकता हूं। 

श्रीकांत को 2017 सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान पैर में चोट लगी थी और इसके बाद से वह छोटी चोटों को लेकर परेशान रहे हैं विशेषकर टखने से जुड़ी समस्याओं के कारण जिससे उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि वह छोटी चीजों में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए लय बरकरार रखना चाहते हैं। श्रीलंका ने कहा कि शीर्ष तीन में वापसी करने के लिए वह केंतो मोमोता, शी युकी और विक्टर एक्सेलसन जैसे खिलाड़यिों से प्रेरणा ले रहे हैं। 
 

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