विवाद के बाद पहली बार नजर आए हार्दिक पंड्या

मुंबई            

 टीम इंडिया के निलंबित ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या शनिवार को अपने बड़े भाई क्रुणाल पंड्या के साथ मुंबई एयरपोर्ट पर नजर आए. सस्पेंड होने के बाद हार्दिक पंड्या अपने घर पर ही है. पंड्या को बीच ऑस्ट्रेलियाई दौरे से ही भारत वापस बुला लिया गया था. हार्दिक पंड्या टीम के साथी केएल राहुल के साथ करण जौहर के चैट शो 'कॉफी विद करण' में एक साथ दिखाई दिए थे, जिन्होंने महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं. BCCI ने दोनों खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से भी बाहर कर दिया.

इससे पहले हार्दिक पंड्या के पिता ने कहा था कि हार्दिक ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है. हार्दिक ने मकर संक्रांति भी नहीं मनाई, हार्दिक का परिवार बड़ौदा से है और गुजरात में यह त्योहार बेहद खास है. हार्दिक के पिता ने कहा था, 'यह खास त्योहार है, गुजरात में पब्लिक छुट्टी रहती है, लेकिन हार्दिक ने पतंग नहीं उड़ाई. उसे पतंग उड़ाना पसंद है. इस स्थिति के कारण वह त्योहार मनाने के मूड में नहीं था.'

हार्दिक पंड्या और केएल राहुल के निलंबन के मामले में शनिवार को बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने लोकपाल की नियुक्ति के लिए विशेष आम बैठक (एसजीएम) बुलाने से इन्कार कर दिया, क्योंकि मामला अभी सुप्रीम कोर्ट के पास है. बीसीसीआई का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (COA) चाहती है कि सुप्रीम कोर्ट पंड्या और राहुल के भाग्य का फैसला करने के लिए लोकपाल की नियुक्ति करे.

लगभग 14 राज्य इकाईयों, जिनमें अधिकतर बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के वफादार हैं, ने खन्ना से आपात एसजीएम बुलाने का आग्रह किया है, जिसे दस दिन के समय में बुलाना होता है. कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी ने भी खन्ना को पत्र लिखकर जल्द से जल्द एसजीएम बुलाने का आग्रह किया है ताकि बोर्ड के सदस्य लोकपाल की नियुक्ति पर फैसला कर सकें. खन्ना ने अपने पत्र में लिखा है कि क्योंकि मामला अभी न्यायालय के अधीन है, इसलिए वह इंतजार करना चाहेंगे.

खन्ना ने चौधरी के जवाब में कहा, ‘बीसीसीआई के संविधान के अनुसार लोकपाल की नियुक्ति वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में की जा सकती है. और इसके अलावा मामला न्यायालय के अधीन है.’ खन्ना ने इस पर बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी की राय भी जाननी चाही और उन्होंने भी लोकपाल की नियुक्ति को लेकर नए संविधान के अनुच्छेद 40 का हवाला दिया. बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘खन्ना या अमिताभ विशेष आम बैठक बुलाने के लिए नोटिस पर क्यों हस्ताक्षर करें, जबकि मामला न्यायालय के अधीन है. इसमें अदालत की अवमानना का जोखिम बना रहेगा.’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *