विपक्ष को उम्मीद, आएगा खंडित जनादेश, सरकार बनाने की कोशिश शुरू
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों के लिए अब सिर्फ 24 घंटे से भी कम बचे हैं. देश की धड़कनें लगातार बढ़ रही हैं, नेता पूरे हौसले के साथ अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. नतीजों से पहले विपक्ष ईवीएम पर आरोप लगा रहा है और एकजुटता की कोशिश कर रहा है. तो वहीं एनडीए ने भी एकजुट होने का संदेश दे दिया है. मंगलवार को अमित शाह ने एनडीए के साथियों को डिनर दिया, जिसमें नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया.
खंडित जनादेश की स्थिति में विपक्ष को मिले मौकाविपक्ष के इस पत्र में राष्ट्रपति से गुजारिश की गई है कि नतीजों के जारी होने के बाद और 17वीं लोकसभा के गठन के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद कृपया विपक्ष को अपने सांसदों की सूची सौंपने का मौका दिया जाए, ताकि उनकी संख्या 272 तक पहुंच सके. विपक्षी नेताओं ने कहा है कि कृपया उनकी अपील को ध्यान में रखा जाए.
मतगणना से पहले विपक्ष की सरकार बनाने की कवायदमतगणना से पहले ही विपक्षी दलों ने केंद्र में सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है. विपक्षी पार्टियों का मानना है कि नतीजों में किसी को भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा और त्रिशंकु लोकसभा की स्थिति बनेगी. इस बावत उन्होंने सरकार गठन की तैयारी शुरू कर दी है. विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति को पत्र सौंपने का फैसला किया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपे जाने वाले इस पत्र पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, बहुजन समाजपार्टी के नेता सतीश मिश्रा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता प्रफ्फुल पटेल और डीएमके के एक नेता का दस्तखत है. कांग्रेस क्षेत्रीय दलों के इस अभियान का हिस्सा नहीं है.