विधायक विकास ने की मंदिर खुलवाने पहल
रायपुर। चलो विलंब से सही विधायक विकास उपाध्याय ने लाकडाउन में सब कुछ खुल जाने के बाद भी बंद मंदिरों के दरवाजे खुलवाने के लिए पहल तो की। बगैर किसी लाग लपेट के सभी को इसका समर्थन करना चाहिए। नियमों का पालन करने सभी को तैयार रहना होगा लेकिन किसी भी हाल में मंदिर खुलने चाहिए। विधायक इसके लिए बधाई के पात्र हैं। विकास उपाध्याय ने कहा हिंदुओं और विभिन्न धर्मो की आस्था हमेशा से भगवान व देवी देवताओं के पूजा पाठ और अपने अपने धार्मिक स्थलों के प्रति रही है। केन्द्र सरकार के गाइड लाइन में चूंकि मंदिरों को बंद रखने की बात कही गई है तो इस संबंध में केंद्र को भी विचार करना चाहिए जब सभी चीजों में कुछ न कुछ ढील दी जा रही है तो मंदिरों को खोलने में अब विलंब करना ठीक नही होगा। विकास ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से मिल कर विस्तृत चर्चा की है।
मंदिरों में पूजा अर्चना व दर्शन जो कोरोना के चलते और केंद्र की गाइड लाइन के चलते महीनों से बंद है। जबकि इस बीच एक समय के बाद जन सामान्य के लिए विभिन्न चीजों में छूट देना शुरू हो गया है। परन्तु भगवान के द्वार अभी भी खुले नही है। उपाध्याय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात कर इस संबंध में विस्तृत चर्चा की है और कहा है कि केन्द्र सरकार से सकारात्मक बात कर इस संबंध में निर्णय लिए जाने का समय है और उनसे निवेदन किया है कि सरकार इस संबंध में विचार कर 1 जून से प्रदेश के मंदिरों को खोलने का फैसला करें व नियमों का पालन करना भक्तों का जिम्मा होगा। मंदिरों को सेनिटराइज कर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भक्तों को पूजा पाठ की अनुमति मिलनी चाहिए। विकास ने यह भी कहा है कि इसे किसी राजनीतिक नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए मंदिरों के साथ नियमों के दायरे में अन्य संप्रदाय के धार्मिक आस्था के केन्द्रों को भी बारी-बारी से खोला जाना चाहिए।