वाराणसी के साथ इंदौर से चुनाव लड़ सकते हैं पीएम मोदी

इंदौर
 लोकसभा चुनाव 2019 में पीएम मोदी वाराणसी के अलावा मध्यप्रदेश की इंदर संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इंदौर भाजपा कोर कमेटी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इंदौर से भाजपा प्रत्याशी बनाने के लिए एक प्रस्ताव पास किया है। इस प्रस्ताव को केन्द्रीय कमेटी के पास भेजा गया है। बता दें कि अभी यहां से लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सांसद हैं। वो लगातार आठ बार से यहां से चुनाव जीत चुकी हैं।

उम्र का फैक्टर के कारण कट सकता है टिकट
इंदौर में सुमित्रा महाजन की टिकट ऐज फैक्टर के कारण उलझ गई हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को महाजन से बात करने का जिम्मा दिया गया है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पार्टी इंदौर में नया चेहरा दे सकती है। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और महापौर मालिनी गौड़ का नाम पर भी चर्चा हुई है लेकिन अभी तक किसी भी नाम पर सहमति नहीं बन पाई है।

2014 में भी दो सीटों से लड़े थे मोदी
पीएम मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में भी दो सीटों से चुनाव लड़े थे। उन्होंने उत्तरप्रदेश के वाराणसी और गुजरात की वडोदरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने वदोडरा सीट को छोड़ दिया था। भाजपा की पहली सूची में पीएम मोदी का नाम वाराणसी से चुनाव लड़ने का था। इस दौरान जेपी नड्डा ने ये भी कहा था कि पीएम मोदी इस बार एक सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। हालांकि अभी तक स्थिति साफ नहीं हुआ है कि वो वाराणसी के अलावा और कहीं से भी चुनाव लड़ेंगे या नहीं।

सुमित्रा महाजन का गढ़ है इंदौर

इंदौर में सुमित्रा महाजन को ताई के नाम से जाना जाता है। इंदौर सुमित्रा ताई का गढ़ है। वो यहां से लगातार आठ बार सांसद रही हैं। 1989 में प्रकाशचंद्र सेठी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। एनडीए सरकार में वे राज्यमंत्री भी रहीं। सुमित्रा महाजन ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत का रिकॉर्ड बनाया था। वे प्रदेश में सर्वाधिक 4 लाख 66 हजार 301 वोटों से चुनाव जीती थीं। महाजन को 8 लाख 54 हजार 372 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को 3 लाख 88 हजार 71 वोट थे। महाजन देश में सर्वाधिक वोटों से जीतने के क्रम में आठवें स्थान पर हैं। सुमित्रा महाजन देश की एक मात्र महिला हैं, जो लगातार आठवीं बार लोकसभा चुनाव जीती हैं। वहीं प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सात बार सांसद रह चुकी हैं।

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