वर्ल्ड कप में जाने का सोचना है तो एशिया की टॉप-12 टीमों में शामिल होना जरूरी: सुनील छेत्री

 
मुंबई 

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री गुरुवार को एक दिन के लिए टाइम्स ऑफ इंडिया, मुंबई के स्पोर्ट्स गेस्ट एडिटर बने। इस मौके पर उन्होंने कई मुद्दों पर बात भी की जिसमें एशियन कप में मिली हार, अपनी डाइट और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ उनके संबंधों पर भी चर्चा हुई।  

छेत्री ने मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलने को लेकर कहा, 'यह काफी जरूरी है। एक टीम के तौर पर खुद को परखना, यह जानना कि आप कहां खड़े हैं, यह काफी अहम है। हमें केवल सैफ कप जीतने पर खुश नहीं होना चाहिए। सैफ कप हमारे लिए, दूसरी टीमों को कमतर नहीं आंकते हुए, अंडर-19 और अंडर-23 इवेंट की तरह होना चाहिए जहां आप खिलाड़ियों को मौके देते हैं। सीनियर टीम को ऐसी टीमों को टारगेट करना चाहिए जो एशिया में सातवें से 15वें नंबर पर हैं। तब ही हम जान पाएंगे कि हम कहां स्टैंड करते हैं।' 
 
वर्ल्ड कप में खेलने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'फैंस, जो भारतीय फुटबॉल के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं, वे अकसर पूछते हैं कि भारत वर्ल्ड कप के लिए कब क्वॉलिफाइ करेगा। ऐसे सवाल आएंगे लेकिन हमारे लिए, जो ज्यादा बेहतर समझते हैं, सही यह रहेगा कि एशिया की बेहतर टीमों के खिलाफ खुद को टेस्ट करें। हमने इस दिशा में कदम बढाए हैं लेकिन हां, अभी ज्यादा बड़े नहीं हैं।' 

34 वर्षीय भारतीय फुटबॉलर ने कहा, 'हम हर साल 12 से 14 इंटरनैशनल फ्रेंडली मैच खेलते हैं। हमें इन मैचों को बेहतर प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ खेलने की जरूरत है। जब हम इंटर-कॉन्टिनेंटल कप में खेलते हैं तो हमें बेहतर टीमें मिलनी चाहिए।' उन्होंने साथ ही बताया कि एशियन कप में मुकाबले से पहले हमने थाइलैंड के खिलाफ फ्रेंडली खेलने को कहा था लेकिन उन्होंने हमारा प्रस्ताव नहीं माना। 
 
उन्होंने कहा, 'हमने एशिया कप में थाइलैंड, बहरीन और यूएई से मुकाबले खेले। हर कोई फुटबॉल देख रहा है। कुछ सवाल है, आलोचना है लेकिन कम से कम लोग इस खेल को देख रहे हैं। सब जानते हैं कि हम कहां तक पहुंचे हैं।' छेत्री ने कहा, 'जब तक हम एशिया की टॉप-12 टीमों में नहीं शामिल होंगे और वहां बरकरार रहेंगे, तब तक वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाइ करने के बारे में नहीं सोच सकते। हमें कतर, यूएई, साउथ कोरिया जैसी टीमों को कड़ी टक्कर देनी होगी, तब ही कोई मौका बन सकता है।' 
 

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