वर्ल्ड कप फाइनल में गलती करने वाले इस अंपायर को ICC का मिला साथ
नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने वर्ल्ड कप फाइनल में कुमार धर्मसेना के फैसले का समर्थन किया है. इंग्लैंड की पारी के आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड के फील्डर मार्टिन गप्टिल का थ्रो बेन स्टोक्स के बल्ले से टकराकर बाउंड्री के पार चला गया. इंग्लैंड को छह रन दिए गए. आखिर में यह मुकाबला टाई हो गया और सुपर ओवर तक चला गया.
टीवी रिप्ले से जाहिर था कि जब गप्टिल ने गेंद फेंकी थी, तब आदिल राशिद और स्टोक्स ने दूसरा रन नहीं पूरा किया था. लिहाजा, उन्हें पांच रन दिए जाने चाहिए थे.
धर्मसेना ने भी बाद में अपनी गलती मानी थी, लेकिन उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने फैसले पर कभी मलाल नहीं होगा, क्योंकि रिप्ले में चीजों को देखना और समझना आसान होता है.
'क्रिकइंफो' ने आईसीसी के महाप्रबंधक ज्योफ एलर्डाइस के हवाले से बताया, 'गेंद के दौरान जो कुछ भी हुआ, उसके बाद उन्होंने बात की और अपना निर्णय लिया. उन्होंने फैसला लेने से पहले सही प्रक्रिया का पालन किया.'
एलर्डाइस ने कहा, 'बल्लेबाजों ने पिच को क्रॉस किया या नहीं, यह निर्णय लेते समय उन्हें नियमों की जानकारी थी. खेल की स्थिति उन्हें उस प्रकार निर्णय को तीसरे अंपायर तक ले जाने की अनुमति नहीं देती है. जब मैदान पर अंपायरों को उस तरह का निर्णय लेना होता है उस समय मैच रेफरी हस्तक्षेप नहीं कर सकता.'