वरिष्ठ केन्द्रीय निर्वाचन उपायुक्त ने की मतदाता सत्यापन कार्यक्रम की समीक्षा

 भोपाल

वरिष्ठ केन्द्रीय निर्वाचन उपायुक्त  संदीप सक्सेना ने आज यहाँ निर्वाचन भवन में मतदाता सत्यापन कार्यक्रम की समीक्षा की। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  व्ही.एल. कान्ताराव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

उपायुक्त  सक्सेना ने कहा कि मतदाता सत्यापन कार्यक्रम को विशेष एप से कराये जाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि मतदाता स्वयं अपनी जानकारी अद्यतन करें ताकि मतदाता सूची में गलती की गुंजाइश न रहे। फिलहाल यह कार्य बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य यह है कि निकट भविष्य में आधार कार्ड की तरह व्यक्ति स्वयं ऑनलाईन जाकर मतदाता सूची में अपनी जानकारी अद्यतन करे।  सक्सेना ने कहा कि मतदाता सूची को सुधारने के लिए चुनाव आयोग प्रतिबद्ध है। जनता को अच्छी से अच्छी सुविधाएँ देना है ताकि निष्पक्ष एवं निर्बाध मतदान कराया जा सके। उन्होंने मतदाता सूची से मृतकों के नाम हटाने पर विशेष ध्यान देने को कहा। साथ ही सुझाव दिया कि श्‍मशान घाट/शांति स्थल से इस डेटा को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।  सक्सेना ने कहा कि जिस तरह पुलिस हेल्पलाईन नम्बर लोगों को याद है, उसी तरह 1950 नम्बर भी लोगों को याद होना चाहिए। मतदाता सत्यापन कार्यक्रम को स्थानीय निकायों की सहायता से भी आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने मतदान केन्द्रों का युक्तियुक्त करण करने की बात कही ताकि कम श्रम में बेहतर प्रबंधन हो सके।

उपायुक्त  सक्सेना एवं प्रबंधक आईटी, केन्द्रीय चुनाव आयोग  व्ही.एन. शुक्ला ने भोपाल जिले का भ्रमण कर मतदाता सत्यापन कार्य का निरीक्षण किया।  व्ही.एन. शुक्ला ने एप से जुड़ी तकनीकी जानकारी देते हुए कहा कि बीएलओ को प्रशिक्षण के दौरान ऐप के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से दी जाये। उन्होंने बताया कि एक सितम्बर से अभी तक एप के चार वर्जन आ चुके हैं, जिनके बारे में बीएलओ पूरी तरह से अवगत नहीं हैं।

वरिष्ठ केन्द्रीय निर्वाचन उपायुक्त ने कहा कि बीएलओ का मानदेय तभी दिया जाए, जब वे अपना लक्ष्य पूरा करें। बीएलओ को मतदाता सत्यापन कार्यक्रम के एप के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया जाये ताकि काम समय सीमा में पूरा हो। बीएलओ की निर्भरता को कम करने के लिये एप का उपयोग किया जा रहा है। बीएलओ को मतदाता का सत्यापन, मतदाता का परिवार बनाना, परिवार के प्रत्येक सदस्य की जानकारी का सत्यापन करना है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  व्ही.एल. कान्ताराव ने मतदाता सत्यापन की जानकारी देते हुए बताया कि सभी राज्यों में मध्यप्रदेश पाँचवे स्थान पर है। सत्यापन का कार्य बारिश की वजह से थोड़ा धीमी गति से हुआ। मौसम खुलते ही कार्य गति पकडे़गा और सत्यापन समय सीमा में पूरा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मतदाताओं के ब्लैक एण्ड व्हाइट फोटो को नवीन रंगीन फोटो में भी परिवर्तित करने का कार्य भी चल रहा है।

उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग ने एक सितम्बर को मतदाता सत्यापन कार्यक्रम प्रारंभ किया था। इसके तहत समस्त मतदाताओं की मतदाता सूची में दर्ज जानकारी का सत्यापन किया जायेगा। इसके लिये भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल (एन.व्ही.एस.पी.) पर मतदाताओं को सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। इसके साथ ही, मतदाताओं को वोटर हेल्पलाईन मोबाईल एप की सुविधा भी दी गयी है। इस एप में एक क्लिक पर ही त्रुटि का सुधार हो जाता है। मतदाता सत्यापन कार्य 15 अक्टूबर तक पूरा किया जाना है। मतदाताओं द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सहायता केन्द्र पर अथवा 1950 से भी यह सुविधा प्राप्त की जा सकती है।

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