‘वक़्त है बदलाव का’ इसलिए बारी-बारी बदल रहे हैं नाम और पहचान

भोपाल 
15 साल के वनवास के बाद सत्ता में आई कांग्रेस, सरकार बदलने के बाद और भी सब कुछ बदलने के लिए बेचैन है. 'वक्त है बदलाव का' इस नारे के साथ वो चुनाव में उतरी थी और अब शिवराज सरकार की नीति-योजना और नाम एक-के बाद एक बदल रही है.

आनंद विभाग, दीनदयाल वनांचल योजना बंद करने के बाद संबल योजना की बारी आयी.इस योजना के स्मार्ट कार्ड से शिवराज का फोटो हटाया गया और अब योजना का नाम नया सवेरा कर दिया.आनंद विभाग का नाम बदल कर आध्यात्म विभाग कर दिया और मीसाबंदी पेंशन,वनांचल योजना बंद कर दीं. कांग्रेस सरकार में श्रम मंत्री महेंद्र सिसोदिया ने शुक्रवार को पदभार लेते ही सबसे पहला चाबुक संबल योजना पर चलाया. संबल योजना का नाम बदलने के लिए अफसरों से चर्चा की और फिर इसका नाम 'नया सवेरा' करने का फैसला किया.

आनंद विभाग हो या शिवराज की दीनदयाल वनांचल योजना,कांग्रेस ने हर उस योजना से बीजेपी की छाप हटा दी जिन पर बीजेपी अपनी पीठ थपथपाती थी. सरकार गठन के 20 दिन के अंदर ही कांग्रेस ने बीजेपी की कई योजनाएं बंद कर दीं और कई का स्वरूप बदलकर उसमें कांग्रेस वचनपत्र का तड़का लगा दिया.

इन योजनाओं और विभागों पर चली कांग्रेस की कैंची

  • शिवराज की खास 'संबल योजना' अब कहलाएगी 'नया सवेरा'
  • संबल के स्मार्ट कार्ड में एक्स सीएम शिवराज के फोटो पर लगाया बैन
  • शिवराज की दीनदयाल वनांचल योजना पर लगाया ताला
  • 'आनंद विभाग' और जन अभियान परिषद को बंद कर 'आध्यात्म विभाग' बनाया.
  • वंदे मारतम गायन पर रोक लगा कर नये तरीके से शुरू करने का एलान
  • सरकारी लेटर हैड में पं. दीनदयाल शताब्दी वर्ष के लोगो का इस्तेमाल बंद
  • मीसाबंदी पेंशन योजना पर रोक

जिस संबल योजना के बल पर बीजेपी ने 2018 का चुनाव लड़ा, उसका नाम बदलने पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है जो नाम दिल में बसा है उसे मिटाया नहीं जा सकता,फिर चाहे संबल में शिवराज की फोटो हो या फिर आनंद विभाग को बंद करने की बात हो.नाम बदलने से कुछ नहीं होगा.बीजेपी विधायक रामेश्ववर शर्मा का कहना है हर दिल में शिवराज का फोटो है,उसे कांग्रेस कैसे बदलेगी.

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