लोकसभा चुनाव 2019: मालवा-निमाड़ की इन सीटों पर किसका चलेगा जादू?

रतलाम 
मध्य प्रदेश में आखिरी आठ लोकसभा सीटों के लिए आज जहां मतदान हो रहा है, वहां सीधे-सीधे पीएम नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. दोनों ने ही यहां धुआंधार प्रचार और कई सभाएं की हैं. लेकिन यहां प्रियंका गांधी फैक्टर पर सबकी निगाहें हैं. कांग्रेस ने अपनी सबसे बड़ी स्टार कैंपेनर प्रियंका गांधी को यहां प्रचार के लिए उतारा था. आज मतदाता इनके नाम और काम पर अपना फैसला सुनाएंगे.

आज देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा सीट के लिए मतदान हो रहा है. 2014 के चुनाव में सभी 8 सीटों पर बीजेपी का कब्जा हो गया था. बाद में झाबुआ रतलाम सीट से सांसद दिलीप सिंह भूरिया के निधन से सीट खाली हुई और फिर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया यहां जीते.कांग्रेस के लिए इस बार सात सीटों में सेंध लगाने की चुनौती है तो बीजेपी 2014 के इतिहास को दोबारा दोहराने के लिए तैयार है.

एक नज़र उन सीटों पर जहां आज मतदान हो रहा है-
देवास
महेंद्र सिंह सोलंकी v/s प्रहलाद टिपाणियां

इस सीट पर मुकाबला नान पालिटिकल चेहरों के बीच है.बीजेपी के अभेद किले को गिराने के लिए कांग्रेस ने इस बार कबीर भजन गायक प्रहलाद टिपानिया को मैदान में उतारा है, तो बीजेपी ने भी अपना चेहरा बदल जज रहे महेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है.इस सीट पर जीत के लिए बीजेपी के अमित शाह, नितिन गडकरी, शिवराज जोर लगा चुका हैं. कांग्रेस की ओंर से राहुल गांधी, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह ने भी प्रचार किया है. इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प है.

उज्जैन
अनिल फिरोजिया v/s बाबूलाल मालवीय

इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प है. बीजेपी और कांग्रेस ने पूर्व विधायकों को चुनाव मैदान में उतारा है.दिलचस्प ये भी है कि दोनों उम्मीदवार तराना विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं.इस सीट पर बीजेपी की ओंर से अमित शाह, शिवराज, तो कांग्रेस के लिए राहुल गांधी चुनावी सभा औऱ प्रियंका गांधी रोड शो कर चुकी हैं.सीएम कमलनाथ ने भी यहां जोर लगाया है.

मंदसौर
सुधीर गुप्ता v/s मीनाक्षी नटराजन

ये सीट सबसे हाईप्रोफाइल सीट में शुमार है. यहीं पुराने चेहरे एक बार फिर एक-दूसरे को टक्कर दे रहे है. बीजेपी के लिए अमित शाह और शिवराज ने जोर लगाया है, तो कांग्रेस की जीत के लिए राहुल गांधी, सुरेश पचौरी, जीतू पटवारी ने पूरा जोर लगाया है. यहां मुकाबला रोचक है.हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी के सामने बीते चुनाव की तीन लाख की लीड से निपटना चुनौती है.

रतलाम-झाबुआ
जीएस डामोर v/s कांतिलाल भूरिया

आदिवासी बहुल इस सीट पर मुकाबला रोचक है.बीजेपी ने कांग्रेस की मज़बूत पकड़ वाली इस सीट पर कब्ज़ा करने के लिए मौजूदा विधायक जीएस डामोर पर दांव खेला है. उनके समर्थन में पीएम मोदी, शिवराज से लेकर राकेश सिंह तक प्रचार कर चुके हैं. कांग्रेस के गढ़ को सुरक्षित रखने के लिए प्रियंका गांधी, सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह ने भी यहां दम लगाया है. इस सीट पर मुकाबला टक्कर का है.

धार
छतर सिंह दरबार v/s दिनेश गिरवाल

आदिवासी सीट पर बीजेपी के पूर्व सांसद के मुकाबले में कांग्रेस ने यहां दिनेश गिरवाल को मैदान में उतारा है. इस सीट पर बीजेपी को शिवराज, नितिन गडकरी, राकेश सिंह का सहारा मिला तो कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए राहुल गांधी, सीएम कमलनाथ और छ्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पूरा जोर लगाया है. हालांकि दोनों ही दल इस सीट पर भितरघात से परेशान हैं.इस सीट पर मुकाबला कड़ा है.

खरगोन
गजेंद्र सिंह पटेल v/s गोविंद मुजाल्दा

इस सीट पर कांग्रेस सरकार के तीन मंत्रियों की साख दांव पर है. विजय लक्ष्मी साधौ, बाला बच्चन और सचिन यादव दम लगा रहे हैं. हालांकि राहुल गांधी ने भी यहां चुनावी सभा कर माहौल कांग्रेस के पक्ष में करने की कोशिश की है. बीजेपी को पीएम मोदी और शिवराज के प्रचार का सहारा है.

खंडवा
नंदकुमार सिंह चौहान v/s अरुण यादव

ये सीट हाईप्रोफाइल सीट में शुमार है.यहां प्रदेश के दो प्रमुख दलों के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के बीच टक्कर है. बीजेपी के लिए पीएम मोदी और शिवराज ने प्रचार किया. कांग्रेस को जिताने के लिए राहुल गांधी, सीएम कमलनाथ और भूपेश बघेल ने जोर लगाया है. छह बार के सांसद नंदकुमार सिंह चौहान को हराना यहां कांग्रेस के लिए चुनौती है. हालांकि 2009 के चुनाव में अरुण यादव बीजेपी को मात दे चुके है.

इंदौर
शंकर लालवानी v/s पंकज संघवी

ये सीट सबसे हाट सीट में तब्दील हो चुकी है. इस बार इंदौर को फतह करने के लिए कांग्रेस ने पूरा दम लगाया है. बीजेपी का गढ़ बन चुकी सीट को भेदने के लिए प्रियंका गांधी ने यहां लंबा रोड शो किया. सीएम कमलनाथ ने शहर के बु्द्धीजीविय़ों से चर्चा कर माहौल को कांग्रेस मय बनाने की कोशिश की. तो बीजेपी ने अपनी जीत को बरकरार रखने के लिए मोदी के चेहरे को आगे किया.मोदी यहां चुनावी सभा कर चुके हैं. तो नरेंद्र सिंह तोमर भी रोड कर चुके हैं. स्मृति इरानी औऱ शिवराज ने भी यहां दम लगाया.

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