लोकसभा चुनाव में बजेगा मध्य प्रदेश का डंका, राहुल गांधी भी मानेंगे सलाह
भोपाल
लोकसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले कांग्रेस घोषणा पत्र में मध्य प्रदेश की राय महत्वपूर्ण मानी जा रही है. देश के लिए बनने वाले घोषणा पत्र में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओऱ से जाने वाले सुझाव जगह पा सकते हैं. राहुल गांधी के निर्देश पर एमपी कांग्रेस ने 64 अहम सुझाव पार्टी हाईकमान को सौंपे हैं.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वचन पत्र बीजेपी के किले को भेदने में रामबाण साबित हुआ था. पार्टी हाईकमान को वो भा गया. इसलिए एक बार फिर कुछ वैसे ही वादों-इरादों की तर्ज पर लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अपना घोषणा पत्र तैयार करना चाहती है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर मध्य प्रदेश कांग्रेस की एक मेनिफेस्टो कमेटी बनायी गयी थी. उसकी कमान भी राजेन्द्र सिंह को सौंपी गयी थी, जो मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष थे. इस नयी कमेटी ने लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी हाईकमान को 64 बिंदुओं के सुझाव घोषणा पत्र के लिए भेजे हैं.कमेटी ने प्रदेश और राष्ट्रीय दोनों स्तर से जुड़े मामलों पर केंद्रीय कमेटी को सुझाव दिए हैं.
एमपी कांग्रेस कमेटी ने ये 64 सुझाव भी उन्हीं एक्सपर्ट की सलाह से तैयार किए हैं जिन्होंने 2018 में एमपी विधान सभा चुनाव में कांग्रेस का वचन पत्र तैयार किया था.
एमपी कांग्रेस ने केंद्रीय समिति को जो सुझाव दिए हैं उऩमें.
- मौजूदा संवैधानिक व्यवस्था में किसी तरह के बदलाव से परहेज करें, ताकि जातीय आधार पर सियासत न हो सके.
- बेरोज़गारी की समस्या से निपटने के लिए परंपरागत रोज़गार को बढ़ावा दें. इसके लिए अधिनियम लाया जाए.
- परंपरागत व्यावसाय राइट एक्ट लागू करें.
- किसानों को उपज का सही दाम दिलाने के लिए सेंट्रल मंडी की स्थापना.
- पीडीएस सुधारने के लिए डि सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था लागू करें.
- रक्षा से जुड़े मामलों में पॉलिटिकल बयानबाज़ी पर पूरी तरह से रोक.
- स्वास्थ्य, सेवा और शिक्षा का पूरी तरह से राष्ट्रीयकरण कर समामता लाने
- उद्योगों को हर राज्य में प्रोत्साहित करने के लिए गवर्नेंट सेंट्रल पालिसी.
- मनरेगा की तर्ज पर शहरी युवाओं के लिए रोजगार गारंटी कार्यक्रम