लोकसभा चुनाव: बीजेपी के लिए कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करना होगी बड़ी चुनौती

रायपुर 
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरु हो चुकी है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राष्ट्रीय दल तैयारियों में जुट गए है. कांग्रेस जहां अपनी तैयारियों में आगे नजर आ रही है तो वहीं भाजपा तैयारी में तो जुटी है लेकिन अपने नाराज कार्यकर्ताओं को मनाना ही उसके लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी है.

लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस खासी उत्साहित नजर आ रही है. इसके पीछे प्रदेश में कांग्रेस को विधानसभा में मिली बंपर जीत जितनी जिम्मेदार है, उतनी ही 2 महीनों में भूपेश बघेल सरकार द्वारा किसानों की कर्जामाफी, धान का समर्थन मूल्य 25 सौ रुपए करने, लोहंडीगुड़ा में टाटा स्टील से जमीन वापस किसानों को दिलाने, बिजली बिल हाफ करने जैसे कई महत्वपूर्ण निर्णय माने जा रहे है. इन फैसलों की बदौलत कांग्रेस लोकसभा में भी अधिकतम सीटें जीतने का दावा कर रही है.

लोकसभा में विधानसभा की तरह ही किसान और आम आदमी ही कांग्रेस के केन्द्र में रहेंगे और इन्हें देखते हुए ही कांग्रेस का घोषणा पत्र भी तैयार किया जाएगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि लोकसभा को लेकर उनकी पार्टी की तैयारी पूरी है.

सूबे की सत्ता से बाहर हुई भाजपा भी लोकसभा को लेकर पार्टी की तैयारियां जोर शोर से चलने का दावा कर रही है. समय आने पर पार्टी आलाकमान द्वारा लोकसभा के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने की बात कह रही है. भाजपा के सामने छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 में से 10 सीटें है.

भाजपा के लिए इन सीटों को बचाना बहुत बड़ी चुनौती है. लेकिन कार्यकर्ताओं की नाराजगी जिस तरह से विधानसभा चुनाव के दौरान नजर आई थी उससे जाहिर है कि भाजपा लोकसभा में पिछले 3 चुनावों की तरह अपने प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाएगी. सूत्रों की मानें तो इस बार भाजपा 4-5 सीट से ज्यादा नहीं जीत पाएगी. बहरहाल लोकसभा को लेकर कांग्रेस की तैयारियां भाजपा से बेहतर नजर आ रही है.

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