लोकसभा चुनाव परिणाम 2019 : कटनी का रिजल्ट सबसे पहले लेकिन राजधानी को करना होगा इंतज़ार

कटनी 
मतगणना के लिए मध्य प्रदेश में तैयारी पूरी कर ली गयी है. प्रदेश के 52 ज़िलों के लिए 51 जगह स्ट्रांग रूम बनाए गए थे.सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी. मतगणना स्थलों पर सुरक्षा और व्यवस्थित मतदान के लिए व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं.

सुबह 8 बजे मतगणना शुरू होते ही सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी. उसके बाद साढ़े 8 बजे से ईवीएम खुलेंगी.इस बार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रत्याशियों का इंतज़ार बढ़ सकता है. ईवीएम की गिनती पूरी होने के बाद लॉटरी सिस्टम से हर विधानसभा क्षेत्र में 5 वीवीपैट मशीनों की पर्चियों का ईवीएम से मिलान किया जाएगा. इसमें करीब 5 घंटे का वक्त ज्यादा लगेगा.

कटनी का रिजल्ट इस बार सबसे पहले आ सकता है, जबकि इंदौर और भोपाल का रिजल्ट आने में देर रात हो सकती है या फिर अगला दिन भी हो सकता है. कटनी में मतगणना स्थल बहुत बड़ा है. यहां मंडी परिसर में मतगणना केंद्र है. इसलिए एक बार में 21 टेबल लगेंगी. सभी पर एक साथ मतगणना होने से रिजल्ट भी जल्दी आ सकता है. कई सीटें ऐसी रहेंगी जहां नतीजों के इंतजार में रात बीतेगी और अगली सुबह तक नतीजे आ पाएंगे.इस बार चुनाव आयोग ने लोगों की सहूलियत के लिए वोटर हेल्पलाइन ऐप भी बनाया है जिसमें हर 90 सैकेंड में नतीजे अपडेट होंगे.

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही एल कांताराव का कहना है इस बार भले एमपी के 52 जिले हो गए हों लेकिन निवाड़ी में स्ट्रांग रूम नहीं बनाया गया है.यही वजह है कि काउंटिग 51 स्ट्रांग रूम में ही होगी. इस बार कई सीटों पर 23 के बजाए 24 मई तक रिजल्ट का इंतज़ार करना पड़ सकता है.

मतगणना स्थल पर ऐसी व्यवस्था की गयी है कि प्रत्याशी सहित एजेंट्स और मतगणना दलों को भी 3 लेयर की सुरक्षा से होकर ही अंदर जाने दिया जाएगा.काउंटिंग सेंटर के बाहर क्षेत्र में हर एक किलोमीटर पर पुलिस का एक जवान तैनात रहेगा. थाना स्तर पर पुलिस पेट्रोलिंग की जाएगी.संवेदनशील इलाकों में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात रहेगा. विजय जुलूस के लिए सुरक्षा घेरे का इंतजाम किया जाएगा. 51 मतदान केंद्रों पर 17 कंपनियों के भरोसे सुरक्षा रहेगी. कुल 9 हजार सुरक्षा कर्मी यहां सुरक्षा की कमान संभालेंगे.

ईवीएम की सुरक्षा के लिए हर उस जगह पर सीसीटीवी लगाया गया है जहां से ईवीएम गुजरेगी. 51 स्ट्रांग रूम में जहां मतगणना होगी उस पूरे एरिया में 18 सौ से ज्यादा सीसीटीवी लगाए गए हैं. हर मतगणना हॉल में कम से कम 10 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. स्ट्रांग रुम से लेकर मतगणना हॉल तक ईवीएम के लाने- ले जाने के रास्ते में निगरानी के लिए 5 कैमरे लगाए गए हैं. मतगणना स्थल में ही सीसीटीवी से निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वेबकास्टिंग नहीं होगी और ना ही मतगणना स्थल पर वाई-फाई की सुविधा दी जाएगी.

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