लोकसभा की दौड़ में लखन के अलावा भाजपा के दीपक-ओपी भी

बिलासपुर
 विधानसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर सीटिंग एमपी की टिकट काट सकती है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं। यही वजह है कि खरसिया से चुनाव हारने के बाद पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी और पूर्व मंत्री मूलचंद खंडेलवाल खेमे से दीपक खंडेलवाल समेत आधा दर्जन नाम बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए सामने आ रहे हैं। विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद यह बात सामने आई है कि भाजपा की हार की वजह अधिकतर प्रत्याशियों को रिपीट करने और कमजोर प्रत्याशी खड़ा करना है। चुनाव परिणाम के बाद भाजपा टिकटों को लेकर संवेदनशील है और नेता अभी स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इधर टिकट के लिए दावेदारी कर रहे नेता कयास लगा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी राज्य के कई सीटिंग एमपी की टिकट काटी जा सकती है। यही वजह है कि दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं।

भाजपा से लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए पूर्व मंत्री मूलचंद खंडेलवाल खेमे से उनके पुत्र दीपक खंडेलवाल ने ताल ठोंक दी है। वहीं तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजू क्षत्री ने भी ताल ठोक दी है। इसके अलावा पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के समर्थक भी उनके नाम का प्रस्ताव बनाकर केंद्रीय नेताओं को भेजने की बात बैठक में कह चुके हैं। इन तीन नामों के अलावा प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा के नवनियुक्त नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, उनके खास समर्थक और गृहनिर्माण मंडल के पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी का नाम सामने आ रहा है। हाईकोर्ट बार के पदाधिकारी सीके केशरवानी भी लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरने के लिए ताल ठोक रहे हैं।

निर्विवाद रहा सांसद लखनलाल का कार्यकाल : बिलासपुर लोकसभा सीट से वर्तमान में सांसद लखनलाल साहू क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। अभी तक उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं है। इसके अलावा उनकी सादगी और क्षेत्र के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की वजह से वे चर्चा में रहे। उन्होंने संसद सत्र के दौरान कटघोरा-कवर्धा रेल लाइन, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय और नवोदय विद्यालय से जुड़े कई मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। परिणाम स्वरूप इनमें से कई योजनाओं पर काम हुए कुछ पर शुरू हुए और कुछ प्रक्रिया में हैं। साहू ने पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सांसद करूणा शुक्ला को 1 लाख 76 हजार 436 वोटों से पराजित किया था। जिसके चलते उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इसके अलावा सांसद साहू को अपने साहू समाज का भी समर्थन है। इधर तमाम परिस्थितियों के बाद भी कुछ नेता जहां विधानसभा चुनाव की तर्ज पर सीटिंग एमपी का टिकट कटने की उम्मीद लगाए बैठे हैं और खुलकर दावेदारी कर रहे हैं। वहीं कुछ नेताओं का नाम लोकसभा टिकट के दावेदार के रूप में सामने आ रहे हैं।
संघ और केंद्रीय नेताओं की परिक्रमा शुरू : बिलासपुर लोकसभा से आमचुनाव लडऩे के लिए महत्वाकांछा रखने वाले दावेदार ज्यादातर नेताओं ने दिल्ली दरबार के नेताओं और संघ के पदाधिकारियों के चक्कर लगाना शुरू कर दिया है। इन नेताओं ने उनके समक्ष अपनी इच्छा जाहिर कर दी है।

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