रो पड़े कम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मोहन मरकाम को पीसीसी अध्यक्ष की जिम्मेदारी

रायपुर
 प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में शनिवार का दिन खास हो गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नए पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम को जिम्मेदारी सौंपते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 के बाद कांग्रेस के साथियों ने संघर्ष का रास्ता अपनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठों के राजनीतिक अनुभवों का लाभ मिला और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रास्ता दिखाया। इस दौरान उन्होंने अपने प्रदेश अध्यक्ष कार्यकाल को याद किया और उसका जिक्र करते हुए एक पल को उनकी आंखों में आंसू आ गए।  

दूसरी ओर प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल रहे अमरजीत भगत को भूपेश बघेल कैबिनेट में मंत्री बनाया गया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में हो रहे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सचिव गिरीश देवांगन के बारे में बोलते-बोलते रो पड़े। मुख्यमंत्री के बुरे समय के हमेशा से साथी रहे गिरीश गिरीश देवांगन। उन्होंने कहा कि मोहन मरकाम मेरी हर पदयात्रा में साथ रहे। टीएस का साथ न मिलता तो इतनी बड़ी जीत हासिल नहीं कर पाते। कहा कि घोषणा पत्र के कुछ वादे पूरे हुए हैं, कुछ पूरे किए जाएंगे।

योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का काम मोहन मरकाम का है। कि मोहन मरकाम की अध्यक्षता में कांग्रेस पार्टी नगरीय निकाय चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।  प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद मोहन मरकाम ने कहा, सीएम भूपेश बघेल का कार्यकाल याद आता है। भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की जुगलबंदी ही अलग थी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को चार्ज करने का काम किया था। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेताओं को कांग्रेस ने पहचाना है और उन्हें मौका मिला है। जिनमें अकेले चलने के हौंसले होते हैं, उनके पीछे काफिले चलते हैं।

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