रेमंड ग्रुप की सभी कंपनियां छोड़ेंगे सिंघानिया

कोलकाता 
रेमंड ग्रुप के प्रमोटर और चेयरमैन गौतम सिंघानिया ने कहा है कि वह ग्रुप की सभी कंपनियों के चेयरमैन पद से इस्तीफा देकर रोजमर्रा के काम से अलग हो जाएंगे। उनका मकसद एक ऐसा स्वतंत्र संस्थान खड़ा करना है जो प्रतिस्पर्धा की भावना से संचालित हो और जिसमें प्रमोटर का कोई दखल नहीं हो। 

गौतम सिंघानिया ने बताया कि वह ग्रुप की एफएमसीजी कंपनी रेमंड अपैरल के चेयरमैन का पद पहले ही छोड़ चुके हैं। आगे वह दो इंजिनियरिंग कंपनियों- जेके फाइल्स और रिंग प्लस एक्वा के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं। इनके लिए प्रफेशनल चेयरमैन की तलाश हो रही है। वह ग्रुप की सबसे प्रमुख कंपनी रेमंड लि. के भी टॉप पोस्ट से हट सकते हैं। 

उन्होंने कहा, 'पता नहीं मैं रेमंड लि. का चेयरमैन कब तक रहूंगा। मेरे दिमाग में कुछ चल रहा है जिसके बारे में अभी बात करना नहीं चाहता हूं। मैं ग्रुप की बाकी महत्वपूर्ण कंपनियों का चेयरमैन हूं भी नहीं।' 

सिंघानिया ने कहा कि वह हरेक कंपनी के लिए स्वतंत्र शासन-प्रशासन व्यवस्था लागू कर रहे हैं और सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रमोटर का परिवार रोजमर्रा के कामकाज से हमेशा दूर रहें। 53 वर्षीय गौतम सिंघानिया ने कहा, 'ईश्वर माफ करे, लेकिन अगर मैं कल सुबह मर जाऊं, तो कुछ तय लोग होंगे जो हर चीज की जिम्मेदारी संभाल लेंगे। रेमंड स्वतंत्र और प्रतिस्पर्धात्मक रूप से चलती रहेगी। मेरी बच्चियां बहुत छोटी हैं। मुझ पर मेरी पत्नी और बच्चियों के साथ-साथ अपने कर्मचारियों, शेयरधारकों, बैंकों, संस्थानों और ग्राहकों की जिम्मेदारी है।' 

उन्होंने कहा कि उनका पूरा ध्यान बिजनस के लिए रणनीति तय करने, नए प्रॉडक्ट बनाने, बजट, लक्ष्य तय करने, कंपनसेशन और जनसंपर्क पर होगा। 

एफएमसीजी कारोबार में राजीव बख्शी जेके हेलेन कर्टिस के चेयरमैन, जबकि सिंघानिया निदेशक हैं और तीन स्वतंत्र निदेशक हैं। बीते साल नवंबर में उन्होंने रेमंड अपैरल के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद निर्विक सिंह को चेयरमैन बनाया गया। 

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