रेप के मामलों में सुधर रहा MP का ‘इमेज’, कमलनाथ सरकार ने पेश किया आंकड़ा

भोपाल
महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों (rape cases) को लेकर देशभर में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शर्मनाक छवि में सुधार हुआ है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के डाटा में रेप के मामलों में लगातार नंबर-1 रहने वाले मध्य प्रदेश में पिछले 11 महीनों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की संख्या में कमी आई है. कमलनाथ (CM Kamalnath) सरकार ने कार्यकाल के एक साल पूरे होने पर हर विभाग ने जनता के सामने मीडिया के जरिए सालभर का लेखा-जोखा पेश किया. गृह विभाग (Home Ministry) की बात करें, तो रेप के मामलों में कमी आई है. ये प्रदेश के लिए अच्छी खबर है.

इस साल एक जनवरी से 20 नवंबर तक के बीच रेप की 427 घटनाएं कम हुई हैं. मीडिया के सामने अपने विभाग का लेखा-जोखा पेश करते हुए गृह मंत्री बाला बच्चन ने बताया कि एक जनवरी से 20 नवंबर के बीच की 2018 और 2019 की तुलनात्मक रिपोर्ट तैयार की गई. पिछले साल रेप के 5353 मामले दर्ज हुए, जबकि इस साल 20 नवंबर तक रेप के 4926 मामले ही दर्ज किए गए. रिपोर्ट में पाया गया कि पिछले साल की तुलना में इस साल रेप की 427 घटनाएं कम हुई हैं. उन्होंने कहा कि एनसीआरबी जब 2019 की रिपोर्ट पेश करेगा, उसमें जरूर इसका असर देखने को मिलेगा. हो सकता है कि इस कमी की वजह से एमपी को मिले रेप के मामले में नंबर-वन का तमगा हट जाए. गृह मंत्री ने न्यूज 18 को बताया कि महिला अपराधों में करीब 12 प्रतिशत कमी आई है. महिलाओं से संबंधित अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा है.

प्रदेश में रेप के मामलों में कमी को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला किया है. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी सरकार में रेप की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा था. रेप की घटनाएं बढ़ रही थीं और हर साल एनसीआरबी की रिपोर्ट में एमपी की छवि खराब होती थी. कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल के मुकाबले हमारी पार्टी की सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराध में कमी आई है, फिर भी बीजेपी आरोप लगाती है. अजय यादव ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने 11 महीने के अंदर महिला अपराधों में कमी लाने का काम किया है.

महिला अपराध को लेकर बीजेपी लगातार सरकार को घेर रही थी. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर धरना-प्रदर्शन किया था. सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. लेकिन अब गृह विभाग के आंकड़ों के सामने आने से बीजेपी के लिए कांग्रेस पर हमला करना आसान नहीं होगा. हालांकि बीजेपी अब दूसरे अपराधों जैसे अपहरण, हत्या पर कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि रेप के मामलों को कम करने के लिए थानों में सुनवाई नहीं हो रही है. रिपोर्ट लिखने में आनाकानी की जा रही है. प्रदेश की कानून और सुरक्षा व्यवस्था को संभालने में सरकार फेल साबित हो रही है.

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