रिहाई पर बोले फारूक- सभी नेताओं की रिहाई पर ही पूरी होगी आजादी

श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर सरकार ने सात महीने तक नजरबंद रखे जाने के बाद राज्य के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला को शुक्रवार सुबह रिहा करने का आदेश दिया। फारुक अब्दुल्ला श्रीनगर के सांसद हैं और उन्हें अनुच्छेद 370 के अंत के बाद से ही श्रीनगर के गुपकार रोड स्थित उनके आवास पर नजरबंद रखा गया था। रिहाई का आदेश जारी होने के कुछ घंटे बाद फारूक अब्दुल्ला की एक तस्वीर भी सामने आई, जिसमें वह अपने परिवार के साथ खड़े दिखाई दिए। फारुक ने कहा कि वह जल्द ही दिल्ली जाकर संसद की कार्रवाई में हिस्सा लेंगे।

इससे पहले शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रमुख सचिव शालीन काबरा ने फारूक अब्दुल्ला पर पीएसए लगाए जाने के आदेश को वापस ले लिया था। सरकार की ओर से फारूक पर 15 सितंबर को पीएसए लगाया गया था, और इसके बाद इसे 13 दिसंबर तो तीन महीने के लिए फिर बढ़ा दिया गया था। 13 मार्च को इसकी मियाद खत्म हो गई थी। जिसके बाद सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया।

संसद की कार्रवाई में हिस्सा लेंगे फारूक
आदेश जारी होने के कुछ वक्त बाद ही फारूक को हिरासत से रिहा कर दिया गया। इसके बाद फारूक अपने घर की छत पर परिवार के साथ दिखाई दिए। फारुक ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा, आज मेरे पास शब्द नहीं हैं। आज मैं आजाद हुआ हूं। मैं दिल्ली जाकर संसद की कार्रवाई में हिस्सा ले सकूंगा और वहीं पर अपनी बात रखूंगा।

महबूबा और उमर अब भी हिरासत में
जम्मू-कश्मीर के कद्दावर राजनेताओं में से एक फारूक अब्दुल्ला के अलावा महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, पीडीपी नेता नईम अख्तर, पूर्व आईएएस शाह फैसल समेत तमाम बड़े चेहरों को अब भी ऐहतियातन हिरासत में रखा गया है। हालांकि इन नेताओं की रिहाई को लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से अब तक कोई बयान नहीं दिया गया है।

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