राहुल गांधी की करीबी नटराजन समर्थकों और सिंधिया समर्थकों में जमकर चले लात घूंसे!

मंदसौर 
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में जमकर बवाल हो गया. यह बवाल उस समय हुआ जब मंदसौर में राहुल गांधी की करीबी राजीव गांधी पंचायत राज संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष मीनाक्षी नटराजन समर्थक और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक आपस में भिड़ गए. दोनों के समर्थको में जमकर लात घूंसे चले. सबसे ख़ास बात यह रही की यह पूरा हंगामा उस समय हुआ जब मीनाक्षी नटराजन जिला कांग्रेस दफ्तर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेने आईं और वे स्वयं वहा मौजूद थीं.

विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार मंदसौर जिले के तमाम कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई गयी थी, जिसको पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन सम्बोधित करने वाली थीं, लेकिन बैठक शुरू होते ही बवाल हो गया. यह बवाल उस समय हुआ जब सिंधिया समर्थक और मल्हारगढ़ विधानसभा से चुनाव हारे कांग्रेस प्रत्याशी परशुराम सिसौदिया ने इस बात पर एतराज किया कि बैठक में मल्हारगढ़ के कांग्रेस नेता और नटराजन समर्थक श्यामलाल जोकचंद को क्यों आने दिया.

दरअसल, जोकचंद पूर्व में दो बार चुनाव हार चुके हैं और तीसरी बार भी दावेदारी कर रहे थे लेकिन टिकट सिंधिया समर्थक परशुराम सिसौदिया को मिला लेकिन वे चुनाव हार गए. उनका आरोप है कि जोकचंद ने भितराघात किया और बीजेपी को वोट करवाया इसलिए उन्हें पार्टी से निष्काषित किया जाए.

शुक्रवार को जब जोकचंद बैठक में पहुंचे तो परशुराम समर्थकों ने आपा खो दिया और जोकचंद के खिलाफ आक्रोशित हो गए. इसी दौरान कहा सुनी के बीच परशुराम समर्थक और जोकचंद समर्थक भिड़ गए और इनमें जमकर लात घूंसे चले.

इस पूरे मामले में परशुराम सिसौदिया से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि जोकचंद के खिलाफ भितराघात के पर्याप्त सबूत हैं, हमारे पास ऑडियो, वीडियो और सीडी है. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार जगदीश देवड़ा को वोट दिलवाए. हमारी मांग है कि उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्काषित किया जाए. ऐसे में यदि वे पार्टी की बैठक में आएंगे तो गुस्सा तो भड़केगा.

वहीं यह पूरा हंगामा देख रहीं पूर्व सांसद नटराजन ने कहा समझाइश देंगे. यह बातें पार्टी फोरम पर करने की है, मैं इस पर सार्वजनिक रूप से कोई टिपण्णी नहीं करूंगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *