छात्रावास में बच्ची की मौत, सामने आए चौंकाने वाले खुलासे

खंडवा
मध्य प्रदेश में खंडवा जिले के आदिवासी ब्लॉक खालवा में एकलव्य छात्रावास की एक बच्ची की ईलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरी बच्ची का जिला अस्पताल में ईलाज चल रहा है. छात्रावास में बच्चों की मौत का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई छात्रों की यहां मौत हो चुकी है लेकिन पूरा प्रशासनिक अमला अब तक मौन बना हुआ है.

जिले के आदिवासी बच्चों के उन्नयन के लिए बने एकलव्य छात्रावास में एक बच्ची बीमार होती है और कुछ घंटे में ही दम तोड़ देती है. मृत बच्ची गूंजा पंधाना के जामली गांव की रहने वाली थी. घटनाक्रम के बारे में बताया जा रहा है कि गुरुवार को छात्रावास में दो बच्ची गुंजा और रुपाली कि अचानक सेहत बिगड़ी. उन्हें रौशनी से खंडवा जिला अस्पताल रैफर किया गया. लेकिन ईलाज के दौरान गुंजा ने दम तोड़ दिया,जबकि उसके साथ भर्ती रुपाली का अबतक ईलाज जारी है.

बच्ची की मौत पर पूरा प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई है. खंडवा के प्रभारी कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए हरसूद एस.डी.एम. को रौशनी रवाना कर दिया है. मामले में हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही थी या कुछ और इसकी भी जांच की जाएगी.

इस एकलव्य छात्रावास में पिछले चार सालों में पांच बच्चों की मौत हो चुकी है. हॉस्टल में रहने वाले बच्चे इस घटना के बाद अब डरे हुए हैं. बहरहाल, बच्ची की मौत के मामले में बताया जा रहा है की बच्ची को एनीमिया था. लेकिन यह जांच का विषय है कि हर बार स्वास्थ्य विभाग और हॉस्टल प्रबंधन द्वारा जो स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है वह महज खाना पूर्ति है या सच में जिम्मेदारी निभाई गई.

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