राहुल के कहने पर दिल्ली में रूके ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
भोपाल
लोकसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस में मंथन जारी है। वहीं, दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में भी संगठन में बदलाव की मांग उठने लगी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सामने आ रहा है। सूत्रों का कहना है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कहने पर सिंधिया दिल्ली में ही रूक गए हैं। सिंधिया को पहले ग्वालिर आना था। सिंधिया के दिल्ली में रूकने से उनके कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।
बदलाव की अटकलें तेज
मध्य प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की अटकलें अब तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद दिल्ली में नए प्रदेश अध्यक्ष का मुद्दा गरमा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली में रुकने को कहा। इससे पहले सिंधिया का 4 जून को गुना, अशोकनगर और शिवपुरी में धन्यवाद सभा करने का कार्यक्रम तय था। कार्यक्रम को जारी भी कर दिया गया था। लेकिन कुछ देर बाद ही कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के कहने के बाद ही सिंधिया ने अपने कार्यक्रम रद्द किए। इस घटनाक्रम को उनकी नई भूमिका से जोड़कर भी देखा जा रहा है। इसी में बदलाव की ख़बरों के साथ ही सिंधिया का नाम नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में तेज़ी से उभरा है।
सिंधिया समर्थक विधायकों और कई मंत्रियों ने उठाई थी मांग
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम का कई मंत्री समर्थन कर चुके हैं। कमलनाथ सरकार के कई मंत्री कह चुके हैं कि अब वक्त आ गया है कि प्रदेश के संगठन में बदलाव करते हुए महाराज सिंधिया को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया जाना चाहिए। मंत्री इमरती देवी, गोविंद सिंह, लाखन सिंह समेत जीतू पटवारी भी कह चुके हैं कि सिंधिया अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
कमलनाथ ने की थी इस्तीफे की पेशकश
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद सीएम कमलनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष पद के इस्तीफे की पेशकश की थी। बता दें कि कमलनाथ पहले भी कह चुके थे प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से मैं अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहता था लेकिन राहुल गांधी ने इंकार कर दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 29 में से केवल 1 सीट पर जीत मिली है।