रायपुर के आठ और झारखंड के चार मेडिकल कालेजों को मिल सकती है टेस्टिंग की मंजूरी

रायपुर
केंद्रीय गृह मंत्रालय और केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर इंडियन काउंसिल आॅफ मेडिकल रिसर्च ने देश के 13 प्रमुख चिकित्सा संस्थानों को कोविड-19 टेस्टिंग लैब को मंजूरी देने के लिए अधिकृत कर दिया है। इसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर भी शामिल है।

एम्स रायपुर को छत्तीसगढ़ और झारखंड के 12 मेडिकल कालेज में टेस्टिंग के संसाधन उपलब्ध होने पर उन्हें जांच की मंजूरी देने का अधिकार प्रदान किया गया है। इसमें सरकारी और निजी दोनों मेडिकल कालेज शामिल हैं। छत्तीसगढ़ के जिन मेडिकल कालेजों की लैब को मंजूरी दी जा सकती है उनमें शंकराचार्य इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज, भिलाई, छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज, बिलासपुर, चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कालेज, दुर्ग, स्व. लक्खीराम अग्रवाल मेमोरियल गर्वनमेंट मेडिकल कालेज, रायगढ़, पं. जे.एन.एम. मेडिकल कालेज, रायपुर, रायपुर इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज, रायपुर, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल मेडिकल कालेज, राजनंदगांव और गर्वनमेंट मेडिकल कालेज, अंबिकापुर शामिल हैं। झारखंड में पाटलीपुत्र मेडिकल कालेज, धनबाद, डुमका मेडिकल कालेज, दिग्घी, हजारीबाग मेडिकल कालेज और पलामू मेडिकल कालेज शामिल हैं।

आईसीएमआर के निदेर्शों के अनुसार इन मेडिकल कालेजों के संसाधनों को परखने के लिए एक कोर टीम गठित की जाएगी जो लैब के लिए आवश्यक उपकरणों, सुरक्षा मानकों और संसाधनों को परखेगी। संतुष्ट होने पर इसकी अनुशंसा पर एम्स के निदेशक लैब को कोविड टेस्ट के लिए मंजूरी दे सकते हैं। इस संदर्भ में एम्स के निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा है कि नए अधिकार मिलने के बाद एम्स शीघ्र ही अन्य जिलों में टेस्टिंग सुविधाएं प्रारंभ करने का प्रयास करेगा जिससे कोरोना वायरस की अधिक से अधिक टेस्टिंग की जा सके। इसके लिए हर संभव उपाय किए जाएंगे।

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