राजधानी की जेल होगी हाईटेक, नई सेक्युर्टी सिस्टम के साथ लगेंगे जेल की दीवारों में बिजली के तार
भोपाल
जेल की दीवारों की मॉनीटरिंग अभी सिर्फ कैमरों से ही की जा रही है। भोपाल सेंट्रल जेल की दीवार फंदाकर भागना कैदियों के लिए अब आसान नहीं होगा। सिमी जेल ब्रेक की वारदात के बाद जेल की दीवारों के आउंटर में इलेक्ट्रिानिक फेंसिग की जा रही है। फेंसिंग लगाने का काम शुरू हो गया है, जो लगभग इस सप्ताह तक पूरा भी हो जाएगा।
अगर कोई कैदी दीवार तक पहुंचा भी जाता है, तो फेंसिंग पर हाथ लगाते ही उसे करंट का झटका लगेगा और वह नीचे गिर जाएगा। इतना ही नहीं फेंसिंग पर हाथ लगते ही अलार्म बज उठेगा और कैदी को तुरंत पकड़ लिया जाएगा। जेल मुख्यालय इसके लिए अहमदाबाद की एक कंपनी को टेंडर दिया था।
जेल की दीवारों की मॉनीटरिंग अभी सिर्फ कैमरों से ही की जा रही है। इसके अलावा रात में जेल प्रहरियों से गश्त रूटीन की व्यवस्था है। बताया जाता है कि जेल में लगे कैमरों की मॉनीटरिंग जेल मुख्यालय से की जा रही है। जिससे अब जेल ब्रेक जैसी की वारदात ना हो। साथ ही जेल में रात में जेल की सुरक्षा के लिए अलग से व्यवस्था भी लगाई गई है। सूत्रों की माने तो सिमी आतंकियों को जेल प्रशासन विशेष तौर पर अलर्ट है।