राजधानी का बैरागढ़ स्टेशन अब हिरदाराम नगर जंक्शन बनेगा!
भोपाल
भोपाल-इंदौर सेक्शन पर बने हिरदाराम नगर स्टेशन जो पहले बैरागढ़ के नाम से जाना जाता था अब आने वाले सालों में इस उपेक्षित से स्टेशन को जंक्शन बनाया जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो यहां कमसे कम पांच प्लेटफार्म होंगे और सर्वसुविधायुक्त नई बिल्डिंग बनाई जाएगी। इसके जंक्शन बनने पर यहां राजस्थान और गुजरात के लिए ट्रेनों की संख्या भी बढ़ जाएगी।
इसलिए बनेगा जंक्शनरेलवे सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश को राजस्थान से जोड़ने वाली रामागंज मंडी रेलवे लाइन का काम साल 2021 तक पूरा किया जाना है। करीब 2500 करोड़ का ये प्रोजेक्ट पीएम का फास्ट ट्रैक प्रोजेक्ट कहा जाता है। इसका काम बहुत तेजी से चल रहा है। ये ट्रेक बैरागढ़ से गुजरेगा। इसके यहां आते ही बैरागढ़ को जंक्शन बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा। यहां से राजस्थान के लिए जाने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ जाएगी। वहीं गुजरात के लिए ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी भी बढ़ जाएगी। अभी यहां से गुजरात जाने के लिए रोज एक और सप्ताह में पांच ट्रेनें मिलती हैं।
अभी रतलाम व मक्सी के रास्ते राजस्थान के अजमेर और जयपुर के लिए ट्रेनें मिलती हैं। रामागंज मंडी लाइन आने पर अब भोपाल से नरसिंहगढ़, ब्यावरा वाला नया सेक्शन खुल जाएगा। इससे हिरदाराम नगर जंक्शन बन जाएगा। चूंकि ये रामागंज मंडी प्रोजेक्ट 2021 तक पूरा किया जाना है। लिहाजा इस स्टेशन को जंक्शन बनाकर विकसित करना ही होगा।
फिलहाल हिरदाराम नगर में प्रतिदिन 44 ट्रेनें रुकती हैं। जंक्शन बनने पर यहां राजस्थान से आने वाली करीब दर्जन भर ट्रेनें भी रुकेंगी। उज्जैन होकर जाने वाली कई सुपरफास्ट ट्रेनों को भी यहां रोका जाएगा। इस लिए इस स्टेशन को विकसित किया जाएगा। यहां स्टेशन की नई बिल्डिंग, रिटायरिंग रूम, पांच प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। अभी भोपाल से इंदौर जाने वाली दर्जन भर ट्रेनें यहां नहीं रुकतीं। मजबूरी में यहां के यात्रियों को भोपाल जाना होता है। जंक्शन बनने से ये समस्या भी हल हो जाएगी। पहले रामागंगज मंडी परियोजना 115 करोड़ की थी और इसे झालावाड़ तक ही बनाया जाना था। बाद में इसे मध्य प्रदेश और आगे गुजरात से जोड़ने के लिए इसे बैरागढ़ तक लाये जाने का प्रस्ताव पास हुआ और लागत बढ़ कर 2500 करोड़ हो गई।