रत्नागिरी डैम हादसा: मंत्री के बयान के विरोध में घर के बाहर छोड़े केकड़े

मुंबई
महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में पिछले दिनों तिवारे बांध टूटने से 19 लोगों की मौत हो गई थी। इस भीषण हादसे पर बेतुका बयान देते हुए महाराष्ट्र के मंत्री तानाजी सावंत ने कहा था कि केकड़ों ने बांध की दीवारों को कमजोर कर दिया था, इसलिए बांध टूटा और यह हादसा हुआ। इसे लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। मंगलवार को पुणे में एनसीपी कार्यकर्ताओं ने इस बयान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मंत्री सावंत के घर के बाहर बड़ी संख्या में केकड़े छोड़ दिए। इसका एक विडियो वायरल हो रहा है।

दरअसल, बांध टूटने से कई लोग पानी में बह गए थे। अभी तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। बांध टूटने के सवाल पर नवनिर्वाचित जल संरक्षण मंत्री सावंत ने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा था कि किस्मत में जो लिखा है वही होगा। मंत्री सावंत ने यह भी कहा कि अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया है कि बड़ी संख्या में केकड़ों ने बांध की दीवार को कमजोर कर दिया है।

…और घर के बाहर छोड़ दिए केकड़े
मंत्री के इस बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही है। इस बीच विपक्ष ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा। महाराष्ट्र के अलग- अलग हिस्सों में इस बयान के खिलाफ विपक्ष का प्रदर्शन जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को एनसीपी कार्यकर्ताओं ने पुणे में मंत्री के आवास के बाहर केकड़े छोड़ दिए।

मंत्री के बयान के खिलाफ प्रदर्शन
वायरल विडियो में दिख रहा है कि एनसीपी के कुछ कार्यकर्ता मंत्री के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके शरीर पर केकड़ो को निर्दोष बताता हुए पोस्टर भी है। इसी बीच वे बोरे में भरकर लाए हुए केकड़ों को आवास के बाहर गिराने लगते हैं। इस बीच सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं। हालांकि बाद में वे अंदर चले जाते हैं। वहीं बाहर बड़ी संख्या में एनसीपी कार्यकर्ता विरोध में नारे लगते दिखते हैं।

जांच के लिए एसआईटी गठित
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने रत्नागिरी जिले में तिवारे बांध टूटने की घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है। जल संसाधन विभाग के सचिव अविनाश सुर्वे के नेतृत्व वाली एसआईटी को दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी।

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