रंगभेद सिर्फ फुटबॉल में ही नहीं क्रिकेट में भी : क्रिस गेल

वेस्ट इंडीज के विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज क्रिस गेल (Chris Gayle) ने रंगभेद (Racism) के खिलाफ आवाज उठाई है। गेल ने आज अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर रंगभेद के खिलाफ एक भावनात्मक संदेश लिखा। उन्होंने कहा कि रंगभेद सिर्फ फुटबॉल में ही नहीं क्रिकेट में भी होता है। उन्होंने भी अलग-अलग मौकों पर इसका सामना किया है।

गेल की यह टिप्पणी उस वक्त सामने आई है, जब अमेरिका में 'ब्लैक लाइफ मैटर' के तहत पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। अमेरिका में हाल ही में अफ्रीकी-अमेरिकी मूल के नागरिक जॉर्ज फ्लोएड (George Floyd) की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। डेरेक चाउविन नाम के एक पुलिस अधिकारी ने फ्लोएड की गर्दन को तब तक अपने घुटने से दबाए रखा, जब तक उनका दम नहीं निकल गया। इसके बाद से अमेरिका समेत पूरी दुनिया में लोगों में काफी रोष है।

क्रिस गेल ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, 'किसी और की तरह अश्वेत के जीवन के भी मायने हैं। अश्वेत लोगों के मायने हैं। P***K सभी नस्लवादी लोग, अश्वेत लोगों को मूर्ख समझना बंद करो, यहां तक हमारे ही कुछ अश्वेत लोग भी दूसरों को ऐसा करने का मौका देते हैं। खुद को नीचा समझने का यह सिलसिला रोको! मैंने दुनिया भर में यात्राएं की हैं और नस्लीय टिप्पणियों का अनुभव किया है क्योंकि मैं अश्वेत हूं, मेरा भरोसा कीजिए, यह लिस्ट लंबी है।'

40 वर्षीय इस धाकड़ बल्लेबाज ने अपनी इस पोस्ट में आगे लिखा, 'नस्लवाद सिर्फ फुटबॉल में नहीं है, यह क्रिकेट में भी है। यहां तक की अश्वेत होने पर टीमों में भी है। मुझे इस छड़ी का अंतिम सिरा मिल गया है। अश्वेत और शक्तिशाली। अश्वेत और गर्व।'

अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लोएड की मौत के बाद से पूरे अमेरिका में जबरदस्त रोष है और यहां इस हत्या के विरोध में होने वाले प्रदर्शनों में तेजी आ रही है।

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