यूजीसी द्वारा 12बी की मान्यता मिलने से एससी-एसटी विद्यार्थियों को मिलेगी रिसर्च में हेल्प

  

भोपाल। 

डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) 12बी की मान्यता प्रदान की गयी है। विश्वविद्यालय को 12बी की मान्यता मिलने से ब्राउस का चहुमुंखी विकास सम्भव होगा। लम्बी अवधि की शोध परियोजनाओं पर अब और अधिक कार्य किया जाना संभव हो गया है, जिसके अन्तर्गत विश्वविद्यालय के प्रमुख उदद्शों के अनुरूप विभिन्न शोध परियोजना जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं से सम्बन्धित विभिन्न आयामों पर और अधिक त्वरित गति से कार्य हो सकेगा। इसके साथ ही भविष्य में संचालित होने वाली इस प्रकार की अन्य विभिन्न शोध परियोजनाओं  को अनुदान प्राप्त करने के लिए मार्ग प्रशस्त हो गया है। 

विश्वविद्यालय की नवागत कुलपति प्रो. आशा शुक्ला द्वारा विश्वविद्यालय के विकासात्मक कार्यो को गति प्रदान करने एवं विवि के व्यवस्थित रूप से संचालन के लिए समन्वित एवं भागीरथी प्रयास के परिणाम स्वरूप यूजीसी द्वारा 12 बी की मान्यता प्रदान करने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया। उक्त टीम द्वारा विगत 25 एवं 26 मार्च को विवि एवं भोपाल तथा सीहोर जिले के रेहटी में संचालित केन्द्रो का अकादमिक एवं उपलब्ध भौतिक संसाधनों का निरीक्षण एवं परीक्षण किया गया। उच्च स्तरीय समिति द्वारा दिनांक 25 मार्च को विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों के सम्बन्ध में भौरी स्थित मप्र पुलिस अकादमी का दौरा किया गया। समिति के सदस्यों ने पुलिस अकादमी के अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार विमर्श करते हुए प्रशिक्षु उप-पुलिस अधीक्षक जो कि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित एमए (पुलिस प्रशासन) के दो वर्षीय पाठ्यक्रम में अध्ययन कर रहे है। उनसे भी मुलाकात कर उक्त पाठ्यक्रम की उनके लिये उपयोगिता पर गंभीरतापूर्वक चर्चा की। मप्र शासन के लिये इस प्रकार के पाठ्यक्रम को एक अभिनव पाठ्यक्रम बताया तथा अपेक्षा व्यक्त की कि नवागत पुलिस अधिकारियों के लिये यह पाठ्यक्रम निश्चत ही पुलिस की छवि को और अधिक उन्नतरूप प्रदान करेगा। 

रेहटी स्थित सामाजिक विज्ञान केन्द्र का उक्त समिति द्वारा निरीक्षण किया गया। जहां पर विश्वविद्यालयों के प्रयासों से उन्नत किस्म के  फल के पौधों एवं विभिन्न प्रजातियों के पौधों को तैयार किया जा रहा है। आस-पास गांवों के किसानों को उक्त पौघों का निशुल्क वितरण किया जा रहा है। नयी-नयी कृषि से संबंधित विभिन्न जानकारियां वहां के कृषकों को प्रदान की जा रही है। समिति के सभी सदस्यों ने विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों से एवं शोधार्थियो से विस्तृत जानकारी लेने के साथ उन्होंने विवि के समस्त स्टॉफ के साथ बैठक ली। विश्वविद्यालय में अध्यापन, शोध, प्रसार एवं प्रशिक्षण से संबंधित संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। 

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