यहां अखबार पढ़कर सुनाएगी मशीन, आदिवासी रेडियो एप भी विकसित
रायपुर
छत्तीसगढ़ में जल्द ही मशीन अखबार पढ़कर सुनाएगी. माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च, ट्रिपल आईटी नया रायपुर और सीजीनेट स्वर फाउंडेशन ने एक साल पहले इस पर काम करना शुरू किया था, जिसके परिणामस्वरूप एक आदिवासी रेडियो ऐप विकसित हुआ है. इस ऐप में टेक्स्ट टू स्पीच तकनीक का उपयोग किया गया है, जिसमें लिखे हुए समाचार को अब मशीन की मदद से सुना भी जा सकेगा.
सीजीनेट स्वर फाउंडेशन के शुभ्रांशु चौधरी ने बताया कि गोंडी जैसी आदिवासी भाषाओं में, जिसमें बहुत से लोग पढ़ नहीं सकते उनके लिए यह ऐप बहुत उपयोगी होगा. इस ऐप का लोकार्पण करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च की टीम 30 जुलाई को ट्रिपल आईटी नया रायपुर पहुंचेगी. यह दल गोंडी से हिंदी एवं अन्य भाषाओं में मशीन की मदद से अनुवाद करने का यन्त्र बनाने पर भी काम कर रही है.
शुभ्रांशु चौधरी ने बताया कि इस कार्य की शुरुआत के लिए सीजीनेट स्वर के साथियों ने गोंडी में 400 बच्चों की कहानी की किताबों का अनुवाद किया है. इन कहानी की किताबें एक बुक्स संस्था ने उपलब्ध कराई थी. हिंदी से गोंडी में अनुवाद किए गए इन 10 हजार वाक्यों को अब मशीन ट्रांसलेशन यन्त्र बनाने के लिए कम्प्यूटर में फीड किया जाएगा. इस प्रयोग के सफल होने के बाद मशीन हिंदी और अन्य भाषाओं से गोंडी में तथा उसका उलटा अनुवाद कर सकेगा, जैसा अन्य उन्नत भाषाओं में होता है.