मोबाइल-इंटरनेट फिर बंद, कश्मीर में शांति बहाली के बीच साजिश में जुटा PAK

 
श्रीनगर 

आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में लगातार हालात सामान्य हो रहे हैं और प्रशासन इस कोशिश में जुटा हुआ है कि लोगों की जिंदगी जल्द से जल्द पटरी पर लौट जाए. लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों को शायद यह मंजूर नहीं है और वो घाटी में हालात बिगाड़ने की साजिश में जुटे हुए हैं. सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने के बाद एक बार फिर प्रशासन ने मोबाइल और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है.

इस बीच घाटी में हालात बिगाड़ने और आतंकियों की घुसपैठ बढ़ाने के लिए सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. सेना को शक है कि पाकिस्तान की तरफ से ये गोलीबारी आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए की जा रही है.

आर्टिकल 370 पर जब पाकिस्तान की घाटी को सुलगाने की साजिश धरी रह गई तो अब वो एलओसी पर गोलीबारी कर रहे हैं. एलओसी के 700 किलोमीटर वाले इलाके में पाकिस्तान की यह बौखलाहट साफ तौर पर नजर आने लगी है.  

कश्मीर में शांति देखर पाकिस्तान की तिलमिलाहट बढ़ गई है जिसके बाद हालात बिगाड़ने के लिए पाकिस्तानी फौज आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है.  घुसपैठ के लिहाज से गुलमर्ग का घना जंगल हमेशा से आतंकियों का पसंदीदा रास्ता रहा है. यही वजह है कि सेना ने गुलगर्म में जवानों की भारी तैनाती की है. घने जंगल का कोई कोना चौकसी के दायरे से बाहर नहीं है.

जमीन पर सेना तो दिल्ली में सरकार हर पाकिस्तानी साजिश का जवाब देने के लिए  तैयार है.  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दो टूक में पाकिस्तान को बता दिया है कि पाकिस्तान से अब जो भी बात होगी वो सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर पर होगी.

जम्मू में कई जगह इंटरनेट सेवा बंद

दूसरी तरफ श्रीनगर में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. सोमवार को जम्मू-कश्मीर के 190 स्कूल फिर से खुलेंगें. हालांकि प्रशासन ने अफवाहों को देखते हुए जम्मू में इंटरनेट सेवा बहाल करने का आदेश वापस ले लिया है. जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा को फिलहाल बंद कर दिया गया है.

श्रीनगर में शांति के बीच हाजियों का पहला जत्था वापस लौटा है और अपने घर लौटकर वो बेहद भावुक थे. उन्हें उम्मीद है कि कश्मीर में जिदंगी जल्द ही पटरी पर लौटेगी और हालात सामान्य होंगे.

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