मोदी गरीबों को मिटाना चाहते हैं हम गरीबी को: राहुल
नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूनतम आय गारंटी योजना (न्याय योजना) की घोषणा कर राष्ट्रवाद बनाम राष्ट्रद्रोह की पूरी बहस को अमीर बनाम गरीब पर केंद्रित कर दिया है। मंगलवार को राजस्थान के श्रीगंगानगर में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने चुनाव के केन्द्र में गरीबों को लाते हुए कहा कि हम बैंकों के दरवाजे छोटे दुकानदारों, छोटे बिजनेस वालों के लिए खोलेंगे। हम बैंक की चाबी नीरव मोदी, अनिल अंबानी से छीनकर आपके (गरीबों के) हाथ में देंगे। अपने न्यूनतम आय के वादे की चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह कांग्रेस की गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक होगी। हिंदुस्तान के 20 प्रतिशत सबसे गरीब लोगों को कांग्रेस पार्टी की सरकार हर साल 72000 रुपए बैंक खाते में देगी। मतलब 3.60 लाख करोड़ रुपए कांग्रेस पार्टी 5 करोड़ गरीब परिवारों को देकर दिखा देगी। कांग्रेस पार्टी ने 14 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला था, पिछले 5 साल में नरेंद्र मोदी ने उन सबको फिर से गरीब बना दिया।
राहुल ने कहा कि मोदी गरीबों को मिटाना चाहते हैं, कांग्रेस गरीबी को मिटाएगी। मोदी पर तंज कसते हुए वे बोले कि 15 लाख नहीं मिले, 2 करोड़ नौकरियां नहीं मिलीं, किसानों का भी कर्जा माफ नहीं हुआ; और जो आपने बचाकर घर में रखा था उसे भी मोदी जी ने नोटबंदी करके छीन लिया। इस बार चुनाव में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक तरफ देश बांटने की विचारधारा है तो दूसरी तरफ भाईचारा, प्यार और लोगों को जोड़ने की विचारधारा है। पिछले पांच साल में पीएम नरेंद्र मोदी दो हिंदुस्तान बनाने की कोशिश कर रहे है, एक प्राइवेट हवाईजहाज वालों का और दूसरा गरीबों, किसानों एवं बेरोजगारों का है। इस देश का झंडा एक है तो हिंदुस्तान भी एक होना चाहिए। मोदी के हिंदुस्तान में सिर्फ अमीर लोग ही सपने देख सकते हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने सवाल किया कि नोटबंदी में अमित शाह ने गुजरात में 750 करोड़ रुपए बदल लिए। उनके बेटे का व्यापार 50 हजार रुपए से 750 करोड़ रुपए का बन गया। वित्त मंत्री अरुण जेटली के खाते में मेहुल चौकसी ने पैसे डाले।