मोटापा कंट्रोल कर वेट लॉस में मदद कर सकती है एक कप कॉफी
अगर आप भी कॉफी पीने के शौकीन हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। हाल ही में हुई एक नई स्टडी में यह बात सामने आयी है कि हर दिन 1 कप कॉफी पीने से शरीर का फैट से लड़ने वाला डिफेंस उत्तेजित होता है जिससे मोटापा के साथ-साथ डायबीटीज से भी लड़ने में मदद मिलती है। साइंटिफिक रिपोर्ट्स नाम के जर्नल में यह स्टडी प्रकाशित की गई है।
कैलरी को बर्न कर एनर्जी में बदलता है ब्राउन फैट
दरअसल, हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा है ब्राउन फैट फंक्शन जो तेजी से कैलरी को बर्न कर एनर्जी में बदलने में हमारी मदद करता है और कॉफी में ऐसे कॉम्पोनेंट्स पाए जाते हैं जिसका इस ब्राउन फैट फंक्शन पर सीधा असर पड़ता है। इंसान के शरीर में 2 तरह का फैट पाया जाता है जिसमें से एक ब्राउन एडिपोज टिशू (BAT)होता है जिसे ब्राउन फैट भी कहा जाता है। इसका मुख्य काम शरीर में गर्मी पैदा करना होता है ताकि शरीर में मौजूद कैलरीज को बर्न किया जा सके। जिन लोगों के शरीर का बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स कम होता है उनमें ब्राउन फैट की मात्रा अधिक होती है।
ब्लड शुगर लेवल को भी बेहतर बनाता है ब्राउन फैट
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंगम के प्रफेसर और इस स्टडी के को डायरेक्टर माइकल साइमंड्स ने कहा, 'ब्राउन फैट शरीर में अलग तरह से काम करता है और गर्मी पैदा कर शुगर और फैट को बर्न करने में मदद करता है। जब इस ब्राउन फैट की ऐक्टिविटी को बढ़ा दिया जाता है तो इससे शरीर का ब्लड शुगर लेवल भी बेहतर हो जाता है। साथ ही एक्सट्रा कैलरी भी बर्न होती है जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है। ऐसे में 1 कप कॉफी का ब्राउन फैट के फंक्शन्स पर सीधा असर होता है। वैसे भी इन दिनों मोटापा, दुनियाभर में महामारी की तरह फैल रहा है और डायबीटीज की समस्या भी तेजी से बढ़ रही है। लिहाजा ब्राउन फैट के जरिए इन दोनों समस्याओं को सुलझाया जा सकता है।'
ब्राउन फैट को उत्तेजित करने में मदद करती है कॉफी
साइमंड्स कहते हैं, कॉफी में मौजूद कैफीन एक ऐसा इन्ग्रीडियंट है जो ब्राउन फैट को उत्तेजित और ऐक्टिवेट करने में स्टीम्यूलस का काम करता है। ऐसे में इस कॉम्पोनेंट का इस्तेमाल वेट लॉस मैनेजमेंट के साथ-साथ ग्लूकोज रेग्यूलेशन प्रोग्राम में भी किया जा सकता है ताकि मोटापा कम करने के साथ-साथ डायबीटीज को भी कंट्रोल किया जा सके।