मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपी सुनील राठी का अपहरण!
सहारनपुर
माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपी सुनील राठी को तिहाड़ जेल से पैराल पर ले जाया जा रहा था. कोर्ट के आदेश पर सुनील को 7 घंटे की पैरोल मिली थी. जेल पुलिस सुनील को कड़ी सुरक्षा में उसके घर टीकरी, बागपत ले जा रही थी. सुनील इस वक्त तिहाड़ जेल, दिल्ली में बंद है.
सुनील को सहारनपुर-दिल्ली हाइवे होते हुए टीकरी ले जाया जा रहा था. सुबह 10 बजे करीब काफिला ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के मवी कलां टोल पर पहुंचा. तभी अचानक से 5 एसयूवी गाड़िया सुनील राठी के काफिले में घुस आईं. इससे पहले की तिहाड़ जेल पुलिस कुछ समझ पाती पांचों गाड़ियों ने जेल की उस गाड़ी को अपने घेरे में ले लिया जिसमे सुनील राठी को ले जाया जा रहा था.
साथ चल रही जेल पुलिस में हड़कंप मच गया. तुरंत ही सुनील राठी का अपरहण करने का वायरलेस पर मैसेज गूंजने लगा. बागपत पुलिस ने एक्सप्रेव पर चेकिंग शुरु कर दी. मौके पर जेल पुलिस ने भी कोशिशे शुरु कर दीं. इस घटना की सूचना तिहाड़ जेल दिल्ली भी पहुंच गई.
बागपत पुलिस के साथ मिलकर जेल पुलिस ने काफिले में शामिल हुईं पांचों गाड़ियों को कब्जे में ले लिया. गाड़ियों में करीब 20 युवक बैठे हुए थे. उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया. सभी को पुलिस लाइन बागपत ले जाया गया.
पूछताछ में मालूम पड़ा कि सभी युवक सुनील राठी के परिचित हैं. सुनील की सुरक्षा को लेकर वह अलग-अलग गाड़ियों से आए थे. वो चाहते थे कि सुनील को निजी सुरक्षा में बागपत ले जाया जाए.
7 घंटे बाद जब सुनील राठी परिवार से मिलने के बाद तिहाड़ जेल रवाना हुआ तब जाकर पुलिस ने हिरासत में लिए गए युवकों और गाड़ियों को छोड़ा. गौरतलब रहे कि सुनील राठी पर मौजूदा वक्त में रंगदारी, हत्या, हत्या की कोशिश और लूट के 24 से ज्यादा मामले चल रहे हैं. 2018 में बागपत जेल में बंद मुन्ना बजरंगी गोली मारकर हत्या करने का आरोप सुनील राठी पर लगा है.
वहीं इस बारे में सीओ बड़ौत रामानंद कुशवाह का कहना है कि हमे सूचना मिली थी कि कुछ अज्ञात गाड़ियां सुनील राठी के काफिले में घुस आई हैं. उन्होंने सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया है. हमले की आशंका जताई गई थी. इसके बाद हमने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया. बाद में हिदायत देकर उन्हें छोड़ दिया. वो सुनील राठी के ही परिचित थे. अपहरण की खबर गलत निकली थी.