मासूम बच्ची की रेप के बाद हत्या, पुलिस आरक्षक समेत 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड

भोपाल
अलीगढ़ और उज्जैन की दिल दहलाने वाली घटनाओं के बाद अब मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 8 साल की नाबालिग बच्ची की हत्या का मामला सामने आया है। प्रारंभिक जांच में बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस को बच्ची का शव नाले से मिला है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरु कर दी है। बताया जा रहा है कि बच्ची शनिवार रात आठ बजे से लापता थी, जिसका शव कमला नगर इलाके में बने नाले से आज सुबह मिला। घटना की सूचना मिलने के बाद भोपाल से सांसदी साध्वी प्रज्ञा बच्ची के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंची। वही इस मामले में कानून मंत्री पीसी शर्मा ने जांच और उचित कार्रवाई की बात कही है।

राजधानी भोपाल के कमला नगर इलाके में नौ साल की मासूम बच्ची के साथ रेप के बाद दरिंदों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। रात पर तलाशते रहे पिता को उसकी लाश सुबह तड़के पांच बजे नाले के पास मिली। पुलिस की लापरवाही उजागर होने पर कमला नगर थाने के 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही पुलिस ने संदेह के आधार दो पड़ोसी और मासूम के रिश्तेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक मंडवा बस्ती में रहने वाला एक युवक अपने परिवार के साथ रहता है। वह कबाड़ा बेचने का कारोबार करता है। 

रात करीब साढे आठ बजे उनकी नौ साल की मासूम की बच्ची अपनी नानी के लिए दुकान पर गुटका खरीदने के लिए गई थी। एक घंट गुजर जाने के बाद नानी ने देखा कि विमल गुटके का पाउच तो कूलर पर रखा हुआ है, लेकिन बच्ची का गायब है। इसके बाद परिजनों ने उसकी तलाश की तो वह नहीं मिली और सुबह करीब पांच बजे उसकी लाश पिता को घर से बीस फीट दूर नाले के पास लावारिस हालत में मिली। मासूम के साथ दुष्कर्म करने के बाद आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी थी। 

मासूम के पिता ने थाने के पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया कि पहले तो उन्होंने डायल 100 को बच्ची के लापता होने की खबर दी, लेकिन पुलिस नहीं आई। साथ ही थाने का स्टॉफ कहने लगा कि वह किसी के साथ भाग गई होगी। बाद में परिजन कांग्रेस पार्षद मोनू सक्सेना के पास पहुंचे। जहां पार्षद के हस्ताक्षेप के बाद एसपी थाने पहुंचे और बच्ची को तलाशने के निर्देश दिए। बच्ची के पिता का आरोप है कि एसपी के जाने के बाद थाने में मौजूद स्टॉफ उसे खोजने के बजाए परिजनों से ही गुटका, चाय और सिगरेट की मांग करने लगे। परिजनों ने उनकी मांगों को भी मानते हुए गुटका, चाय और सिगरेट लाकर दी, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। साथ ही कहने लगा कि तुम लोग माहौल खराब कर रहे हो।

ये पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड

  1. एएसआई देव सिंह
  2. प्रधान आरक्षक जगदीश
  3. प्रधान आरक्षक नरेंद्र
  4. आरक्षक बृजेंद्र
  5. आरक्षक प्रहलाद
  6. आरक्षक वीरेंद्र
  7. आरक्षक रूप सिंह

गृहमंत्री बाला बच्चन ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि मामले में लापरवाही बरतने वाले छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। संदिग्ध की पहचान कर ली गई है, और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूरे मामले का खुलासा पुलिस जल्द ही करेगी। सूचना मिलते ही बीस थानों की पुलिस सर्चिंग में लग गई थी।

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