मायावती की धमकी के बाद कांग्रेस में हड़कंप, अब सीएम कमलनाथ ने दी सफाई

भोपाल
बीएसपी सुप्रीमो मायावती के समर्थन पर पुनर्विचार करने की चेतावनी के बाद कांग्रेस में खलबली मच गई है।  कमलनाथ सरकार द्वारा लगातार सफाई दी जा रही है। मंगलवार को परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ने बयान जारी कर इस बात को संभालने की कोशिश की लेकिन कोई असर नही हुआ, जिसके खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि बसपा और कांग्रेस के बीच कोई मनमुटाव नही है अगर कोई गलतफहमी हुई होगी तो बैठकर सुलझा लेंगें।खास बात तो ये है कि मायावती का बयान उस समय आया है जब  बीजेपी लोकसभा चुनाव के बाद सरकार गिराने का दावा कर रही है। ऐसे में राजनैतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो चली है।

दरअसल, सोमवार को गुना-शिवपुरी सीट से बीएसपी प्रत्याशी लोकेंद्र सिंह राजपूत ने कांग्रेस का हाथ थामते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को समर्थन देने का ऐलान कर दिया । इससे पहले राजगढ़ में भी बसपा प्रत्याशी ने नामांकन वापस लेते हुए कांग्रेस को समर्थन दे दिया था। प्रत्याशियों के लगातार कांग्रेस में शामिल होने से बसपा सुप्रीमों मायावती नाराज हो गई हैं और उन्होंने ट्वीट कांग्रेस को समर्थन पर पुर्नविचार करने की चेतावनी दी है। जिसके बाद से ही कांग्रेस में हडकंप मच गया है। हालांकि मंगलवार को कमलनाथ सरकार में परिवहन मंत्री ने बयान जारी कर बात संभालने की कोशिश की लेकिन कोई प्रभाव नही हुआ, इसके बाद खुद कमलनाथ को सफाई देनी पड़ी। सीएम कमलनाथ ने अधिकृत बयान जारी करते हुए कहा है कि बहुजन समाज पार्टी और हमारा लक्ष्य एक ही है, भारतीय जनता पार्टी की विदाई।हमारे बीच कोई मनमुटाव नहीं है। हमारा लक्ष्य और विचारधारा एक है। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है।अगर कोई गलतफहमी हुई होगी तो उसे हम मिल बैठकर दूर कर लेंगे।

पलटवार करते हुए कहा है कि बीएसपी छोड़कर आये लोकेन्द्र सिंह अपनी मर्ज़ी से कांग्रेस में आये, न ही उन्हें किसी ने प्रलोभन दिया, न ही किसी तरह का दबाव बनाया, कांग्रेस पार्टी और ज्योतिरादित्य सिंधिया की लोकप्रियता से हर आदमी कांग्रेस से जुड़ना चाहता है और राजपूत भी जुड़े है।उन्होंने  कहा कि राजपूत ने स्वयं कहा है कि उन्होंने अपने विवेक और सिंधिया के विकास कार्याों से प्रभावित होकर कांग्रेस ज्वाइन की है और अब कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहता हूं।

मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, 'सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के मामले में कांग्रेस भी बीजेपी से कम नहीं। एमपी के गुना लोकसभा सीट पर बीएसपी उम्मीदवार को कांग्रेस ने डरा-धमकाकर जबर्दस्ती बैठा दिया है किन्तु बीएसपी अपने सिम्बल पर ही लड़कर इसका जवाब देगी व अब कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने पर भी पुनर्विचार करेगी"।

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