मां की तलाश में भटक रहे ढाई साल के बच्चे की भूख-प्यास से मौत
जशपुर
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में मां की तलाश में भटक रहे ढाई साल के एक बच्चे की भूख और प्यास से मौत हो गई। बच्चे का शव 6 दिन बाद जंगल से रविवार को बरामद हुआ। बताया जा रहा है कि बच्चा अपनी मां की तलाश करते हुए जंगल में पहुंच गया और वहां भटक गया। इस बीच वृद्ध ग्रामीण ने सामान पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव बरामद कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, सिटी कोतवाली के सिटोंगा के आश्रित ग्राम चेंगोटोली निवासी पुनीता बाई सोमवार (29 जुलाई) को धान रोपने के लिए गई थी। इस दौरान उसका ढाई साल का बच्चा अर्पित मां को ढूंढता हुआ शाम करीब 4 बजे हाथ में छाता लेकर निकल गया। इसके बाद से बच्चे का कुछ पता नहीं था। पुनीता बाई ने पड़ोसियों की मदद से बच्चे की तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इस पर मंगलवार को कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज करा दी।
इसके बाद पुलिस सिटोंगा में पांच दिन तक ग्रामीणों के सहयोग से सर्च ऑपरेशन चला रही थी। इस बीच कोतवाली पुलिस के पास गांव काईकछार में एक वृद्व ग्रामीण को अर्पित का छाता मिलने की सूचना मिली, जिस पर पुलिस की टीम ने उससे पूछताछ की। बुजुर्ग ने पुलिस की टीम को उस इलाके के नजदीक स्थित झझर जंगल के सबसे ऊंची चोटी पर ले गया। वहां आसपास सर्च करने पर पुलिस को अर्पित की चप्पल भी मिल गई। करीब 12 घंटे की तलाश के बाद पुलिस ने उसका शव भी बरामद कर लिया।