महाराष्ट्र में नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे के बेटे सुजय BJP में
मुंबई
लोकसभा चुनाव की तैयारी और रणनीति के लिए कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की गुजरात में अहम बैठक के बीच मंगलवार को कांग्रेस को एक के बाद दो झटके लगे हैं। कांग्रेस को पहला बड़ा झटका महाराष्ट्र में लगा। महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील के बेटे सुजय विखे पाटील मंगलवार को बीजेपी में शामिल हो गए। वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को दूसरा शॉक दिया और ऐलान किया कि वह यूपी ही नहीं, पूरे देश में कहीं भी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
महाराष्ट्र में कांग्रेस के कद्दावर नेता राधाकृष्ण विखे पाटील के बेटे सुजय ने बीजेपी में शामिल होकर कांग्रेस के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी। सुजय ने कहा, 'मैंने यह फैसला अपने पिता के खिलाफ लिया है। मुझे नहीं पता कि मेरे पैरंट्स इस फैसले का कितना समर्थन करेंगे, लेकिन बीजेपी के नेतृत्व में मैं अपना सबकुछ झोंक दूंगा ताकि मेरे माता-पिता गर्व महसूस कर सकें। सीएम (देवेंद्र फडणवीस) और बीजेपी विधायकों ने मेरे इस फैसले का पूरा समर्थन किया।'
बीजेपी में शामिल हुए सुजय
बाद में देवेंद्र फडणनवीस ने इस मौके पर कहा, 'राज्य इकाई ने सुजय विखे पाटील का नाम लोकसभा की उम्मीदवारी के लिए केंद्रीय संसदीय बोर्ड के पास भेज दिया है। हमें उम्मीद है कि केंद्रीय संसदीय बोर्ड उनकी उम्मीदवारी को मंजूर कर लेगा।'
कई और नेता भी हो सकते हैं बीजेपी में शामिल
सुजय विखे पाटील के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही अहमदनगर से कई अन्य प्रमुख नेता और विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। मौजूदा संकेतों के अनुसार, सुजय विखे पाटील को शायद अहमदनगर लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़वाया जा सकता है। अहमदनगर को प्रसिद्ध विखे-पाटील परिवार का गढ़ माना जाता है और सुजय इस परिवार की चौथी पीढ़ी हैं।
बीजेपी नेता गिरीश महाजन से मिले थे सुजय
इससे पहले ऐसी खबरें थीं कि बीजेपी नेता गिरीश महाजन ने सुजय से हाल ही में मुलाकात कर बीजेपी में उनके शामिल होने पर चर्चा की थी। सुजय अहमदनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे।
इस बारे में सुजय ने कहा था, 'मैं पिछले दो साल से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा हूं। चाहे यह सीट कांग्रेस को मिले या न मिले लेकिन मैं यहीं से चुनाव लडूंगा।' लेकिन शरद पवार की अगुआई वाली एनसीपी के अहमदनगर सीट कांग्रेस को देने से इनकार करने के बाद सुजय का बीजेपी में आना तय माना जा रहा था।