महाभियोग जांच की रिपोर्ट में ट्रंप दोषी करार, कहा- राष्ट्रहित से किया समझौता
वाशिंगटन
डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाली अमेरिकी सदन की ज्युडिशियरी कमेटी ने बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चल रही महाभियोग जांच की प्राथमिक रिपोर्ट जारी कर दी. इसमें डोनाल्ड ट्रंप को दोषी करार दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने अपने व्यक्तिगत और सियासी मकसदों को पूरा करने के लिए 'राष्ट्रहित' से समझौता करने और अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए 2020 राष्ट्रपति चुनाव में अपने पक्ष में विदेशी मदद मांगी. वहीं व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट को खारिज किया है.
हाउस ज्युडिशियरी कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को पूर्व उप-राष्ट्रपति जो बिडेन और उनेके बेटे से जुड़ी कंपनियों के खिलाफ अपने यहां जांच शुरू करने का ऐलान करने के प्रस्ताव दिए थे.
इन प्रस्तावों में डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा निर्वाचित होने के अभियान में इस मदद के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ व्हाइट हाउस में एक बैठक करने और सैन्य मदद देने का वादा किया गया था. 25 जुलाई को डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच फोन पर वार्ता होने की भी पुष्टि की गई है. इसकी पुष्टि ट्रंप के चीफ ऑफ स्टाफ द्वारा किए जाने का जिक्र भी रिपोर्ट में है.
तीन सौ पन्नों की रिपोर्ट का दावा
तीन सौ पन्नों की इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी इतिहास में ट्रंप को छोड़कर किसी भी राष्ट्रपति ने एक्जीक्यूटिव अधिकारियों को संसद के सामने गवाही नहीं देने का सीधा आदेश नहीं दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने संसदीय गवाहों को सार्वजनिक रूप से धमकी दी, जो संघीय अपराध है. रिपोर्ट में ट्रंप पर महाभियोग जांच को बाधित करने के प्रयास का आरोप भी लगाया गया है. रिपोर्ट में जांच को आगे भी जारी रखने के लिए सिफारिश की गई है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में संभावित प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन समेत अपने घरेलू प्रतिद्वंद्वियों की छवि खराब करने के लिए यूक्रेन से गैरकानूनी तौर पर मदद मांगी. हाउस ज्युडिशियरी कमेटी बुधवार को इस पर सुनवाई शुरू करेगी कि क्या जांच में शामिल किए गए सबूत 'राजद्रोह, घूस या अन्य अपराधों और खराब आचरण' के आधार पर संवैधानिक रूप से महाभियोग चलाने के मानकों को पूरा करते हैं.