महाभारत के संजय की तरह लोकसभा चुनाव को देख रहे हैं हॉस्पिटल से लालू प्रसाद
नई दिल्ली
कभी देश और बिहार की सियासत के धुरी माने जाने वाले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद इन दिनों रांची के रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) के एक कमरे में सिमटे हुए हैं. हालांकि, ऐसा नहीं है कि वह सियासत से दूर हो गये हैं. टीवी और अखबारों के जरिये वे सियासत की हर दांव-पेंच पर नजर रख रहे हैं. हर शनिवार को उनके कमरे में सियासी नेताओं का जमावड़ा लगता है. इस दौरान हालचाल से लेकर राजनीतिक चर्चाएं भी होती हैं.
हर शनिवार को रिम्स में लगता है 'लालू दरबार'
दरअसल, शनिवार का दिन रिम्स में लालू प्रसाद से मुलाकात का दिन होता है. भले ही यह दिन जेल प्रशासन ने तय किया हो, लेकिन मिलने वाले आरजेडी सुप्रीमो की मर्जी के होते हैं. दरअसल, लालू प्रसाद से मिलने के लिए लोगों को पहले जेल प्रशासन के पास आवेदन देना होता है. जेल प्रशासन सारे आवेदनों की जानकारी लालू प्रसाद को देते हैं. उनमें से लालू प्रसाद तीन लोगों को मुलाकात के लिए स्वीकृति देते हैं. इसके बाद वे तीन लोग उनसे रिम्स के पेइंग वार्ड में मिल पाते हैं.
बिहार केे नेता से करते हैं विचार-विमर्श
अमूमन शनिवार को लालू प्रसाद से बिहार के ही नेता मिलते हैं. उनमें आरजेडी या महागठबंधन के नेता होते हैं. परिवार के लोग भी आकर मिलते हैं. हालांकि जेल प्रशासन से अनुमति लेकर परिवार के लोग अन्य दिन भी मिल सकते हैं. बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप एवं बेटियां कई बार लालू प्रसाद से मिल चुके हैं. लेकिन राबड़ी देवी एक बार भी रिम्स में उनसे मिलने नहीं आईं. नेताओं की बात करें तो, उनसे मिलने वाले बड़े नेताओं में शरद यादव, जीतनराम मांझी, शत्रुघ्न सिन्हा, उपेन्द्र कुशवाहा, सीताराम येचुरी और रघुवंश प्रसाद शामिल हैं. इनमें से कई लोग एक से ज्यादा बार उनसे रिम्स में मुलाकात कर चुके हैं.