मप्र में जारी रहेगा ठंड का कहर, फसलों को नुकसान, पाला पड़ने के आसार

भोपाल
मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठण्ड का दौर लगातार जारी है| पिछले चार दिनों से  प्रदेशवासी ठंड से ठिठुर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अभी अगले दो दिन और ठंड से राहत नहीं मिलेगी। हालात ये है कि प्रदेश के बुरहानपुर में कड़ाके की ठंड के चलते रेल पटरी तक चटक गई। समय पर सूचना मिलने से रेल हादसा होने से बच गया। यही नहीं शिवपुरी जिले में ठंड से एक शख्स की मौत हो गई। चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण अत्यधिक ठंड लगना बताया है। जिले में पिछले 3 दिनों से न्यूनतम तापमान तीन डिग्री के आसपास चल रहा है। भोपाल में रात का तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 5 डिग्री कम रहा। मंगलवार को दिन का तापमान 20.5 डिग्री दर्ज किया गया। सोमवार के मुकाबले इसमें 1.2 डिग्री का इजाफा हुआ|

प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बर्फीली हवाओं के चलने के कारण दिन और रात के तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री गिर गए है।  राज्य में पांच दिन से कश्मीर की बफीर्ली ठंड की मार झेल रहे लोगों का सर्दी से बुरा हाल है। विंध्य क्षेत्र में आने वाले अनेक स्थानों पर शीतलहर काफी सितम ढा रही  है। मैदानी क्षेत्र में रात का तापमान दो डिग्री तक पहुंचने से खेतों में गिरी ओस की बूंदे तक जम गई। ठंड के प्रकोप के बाद विंध्य के रीवा, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी और सीधी में कलेक्टरों ने स्कूलों में दिन अवकाश घोषित कर दिया है। दिन हो या रात लोगों को कंपकंपी से राहत नही मिल रही। अधिकतम तापमान चार दिन से 20 डिग्री में अटका हुआ है। इससे दिन में भी लोगों को ठंड से राहत नही मिल रही।

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक प्रदेश में कम से कम दो दिन तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है ।भोपाल के आसपास के जिलों में बुधवार को भी सर्दी के तेवर तीखे रहे। बैतूल में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया। इस दौरान फसलों और बाहर खड़े वाहनों पर ओस जमी हुई नजर आई। फसलों खासकर दलहनी और सब्जी की फसलों को पाले से काफी नुकसान हो रहा है। वहीं होशंगाबाद और छिंदवाड़ा में भी सर्दी का जोर रहा। इसी तरह सागर जिले में कड़ाके की ठंड के कारण फसलों पर तुषार का असर दिखाई दे रहा है। किसानों के मुताबिक सुबह खेतों में पहुंचे तो चना, बटरी की फसल झुलसी हुई नजर आई। रायसेन में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया।  किसानों के अनुसार पाला पड़ने से तुअर, मटर, चना, मसूर, टमाटर, बैंगन, मिर्च, भिंडी, धनिया और मटर आदि फसलों को नुकसान हुआ है। मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि अभी तापमान में इसी तरह स्थिरता बनी रहेगी। इसी तरह की स्थिति गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, राजगढ़ में भी बनी हुई है। उज्जैन, रीवा, शहडोल, इंदौर, सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों के शहरों में कहीं-कहीं पाला पड़ने के आसार हैं।

जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है। जिसके चलते पंजाब, पूर्वी राजस्थान में चक्रवात बना हुआ है। इसका असर राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में दो फरवरी के बाद देखने को मिलेगा। पश्चिमी मध्यप्रदेश में रात का तापमान में तो इजाफा होगा लेकिन ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में बादलों के साथ हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं।

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